कोलकाता:जनवरी, 2002 में अमेरिकी सेंटर पर हमले के लिए मृत्यु दंड प्राप्त आफताब अंसारी अलीपुर केंद्रीय संशोधनागार में अपनी आत्मकथा लिख रहा है. अमेरिकी सेंटर पर हमले के दौरान पांच पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी तथा 20 पुलिसकर्मी घायल हो गये थे. 2009 में खादिम के निदेशक पार्थ प्रतिम राय बर्मन अपरहण कांड में भी आफताब अंसारी सजा प्राप्त हैं. आफताब का दावा है कि अंडर वर्ल्ड के बादशाह के नाम से परिचित दाऊद इब्राहिम का केवल आतंक के जगत में साम्राज्य नहीं है, वरन मुंबई पुलिस व राजनीतिक नेताओं के साथ भी संपर्क हैं. उसके पास इन लोगों से बातचीत के 40 सीडी हैं. जिनका खुलासा होने से भारतीय राजनीति में तूफान आ जायेगा. आफताब अंसारी अपने आत्मकथा में दाऊद इब्राहिम, भटकल बंधुओं, अफजल गुरु व शेख उमर के साथ संबंध और अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को लिखने की तैयारी कर रहे हैं.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक अंसारी का दावा है कि वह आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के शीर्ष नेतृत्व भटकल बंधुओं इकबाल व रियाज के साथ वह संपर्क में हैं. उसका दावा है कि जेल में कैद रहने का बावजूद उसे जानकारी है कि भटकल बंधु फिलहाल कहां हैं. ऐसी स्थिति में यह कैसे संभव है कि पुलिस को यह जानकारी नहीं हो. वास्तव में भटकल बंधुओं का पुलिस व मीडिया में काफी पकड़ है. उसका कहना है कि 2008 में मुंबई पर हमला करने वाले आफताब अंसारी को फांसी देने पर सभी खुश हैं, लेकिन संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी से लोग खुश नहीं हैं.इसका दूरगामी प्रभाव पड़ेगा.
अंसारी का कहना है कि वह अभी तक अपने पुत्र से नहीं मिला है. इसका उसे अफसोस है. 9 फरवरी, 2002 को उसके बेटे का जन्म हुआ था. उस समय वे लोग पाकिस्तान में थे. जिस दिन उसके बेटे का जन्म हुआ. उसी दिन उसे दुबई से दिल्ली लाया गया था. वह कहता है कि 11 वर्ष हो गये हैं, लेकिन अभी तक वह अपने बेटे से नहीं मिला है.