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हड़ताल पर गये एंबुलेंस चालक

समस्या. निजी ठेकेदार को संचालन का जिम्मा दिये जाने से हैं नाराज मधुबनी : जिले के 102 एंबुलेंस चालक व इएमटी ने गुरुवार को एंबुलेंस सेवा ठप रखते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है . हालांकि पहले दिन हड़ताल का कोई खास असर नहीं देखा गया. एंबुलेस चालक निजी ठेकेदार को एंबुलेंस के संचालन […]

समस्या. निजी ठेकेदार को संचालन का जिम्मा दिये जाने से हैं नाराज

मधुबनी : जिले के 102 एंबुलेंस चालक व इएमटी ने गुरुवार को एंबुलेंस सेवा ठप रखते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है . हालांकि पहले दिन हड़ताल का कोई खास असर नहीं देखा गया. एंबुलेस चालक निजी ठेकेदार को एंबुलेंस के संचालन का जिम्मा दिये जाने से नाराज हैं. इसके खिलाफ एंबुलेंस चालक गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान कर सदर अस्पताल में धरने पर बैठ गये. इधर, सीएस ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपने अपने-अपने स्वास्थ्य केंद्रों पर वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है.
मांगे पूरी तक हड़ताल
धरना पर बैठे एंबुलेंस चालकों का कहना है कि सरकार स्वयं एंबुलेंस सेवा का संचालन करें. लेकिन स्वास्थ्य विभाग व राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा 102 एंबुलेंस का संचालन एक निजी ठेकेदार के हाथों सौंपने की तैयारी की जा रही है. संघ के अध्यक्ष राजीव कुमार झा ने बताया कि सरकार जब तक हमारी मांगे पूरा नहीं करती हैं तब तक हम सेवा बंद रखेंगे.
कर्मचारियों का आरोप है कि पूर्व में भी निजी कंपनियों द्वारा 102 एंबुलेंस सेवा का संचालन किया गया. जिसका विगत छह माह का वेतन संस्थान के पास आज भी कर्मियों का लंबित है और संस्था कर्मियों का वेतन, मानदेय इएसआई, पीएफ सभी कटौती लेकर अपने को दिवाला घोषित कर दिया. जिसके बाद राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशन पर फरवरी 14 से एनआरएचएम पार्ट-1 माध्यम से 102 एंबुलेंस सेवा संचालित किया जा रहा है. लेकिन, कमीशन के चक्कर में राज्य स्वास्थ्य समिति व सरकार पुन: एक बार फिर 102 एंबुलेंस सेवा को निजी ठेकेदारों के हाथों सौंपने की कार्रवाई कर रही है. कर्मियों का आरोप है कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा ऐसे ठेकेदार का चयन किया गया है जो जिले में महज एक एंबुलेंस सेवा का संचालन कर रही है. जिसने अपने कर्मियों का 14 माह का भुगतान अब तक नहीं किया है. ऐसे में जिले के 102 एंबुलेंस सेवा सही रूप से संचालन उक्त निजी कंपनी कैसे करेगी.
जिले में 102 एंबुलेंस सेवा ठप
इनकी मुख्य मांगें
एंबुलेंस चालकों की मांगों में 102 एंबुलेंस का परिचालन समस्त जिलों में सुनिश्चित कराया जाय, खराब व बंद पड़े एंबुलेंस को जनकल्याण के लिए अविलंब परिचालन कराया जाये, कर्मियों की नियुक्ति मानदेय व संविदा के आधार पर किया जाय, कर्मियों को कार्य अवधि आठ घंटे निर्धारित किया जाय, पूर्व के निजी कंपनी के जिम्मे कर्मियों के वेतन व अन्य कटौती का भुगतान कराया जाये, प्रत्येक दो स्वास्थ्य केंद्रों के लिए एक चालक व एक टेक्नीशियन को रिलीवर के रूप में रखा जाय.
नहीं होने दी जायेगी परेशानी
सभी 102 एंबुलेंस चालकों से गाड़ी की चाबी ले ली जायेगी और निजी चालकों से एंबुलेंस का परिचालन मरीजों के लिए किया जायेगा. श्री झा ने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि किसी भी मरीज को एंबुलेंस की सेवा के लिए परेशानी नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को भी निर्देश दिया है कि अपने अपने स्वास्थ्य केंद्रों पर वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित कर लें. ताकि गंभीर मरीज को सुविधा मुहैया करायी जा सकें.
डाॅ अमरनाथ झा, सिविल सर्जन

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