दो सिरफिरे कातिल के कारण रेशम व आरती हत्याकांड ने भागलपुर पर कलंक लगा दिया. लेकिन इसी भागलपुर में नि:शक्त बेटियों की सशक्त से बराबरी कराने में माता-पिता पूरी ताकत झोंके हुए हैं.
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आपने किया यकीन तो नहीं रहे हम किसी से कम
दो सिरफिरे कातिल के कारण रेशम व आरती हत्याकांड ने भागलपुर पर कलंक लगा दिया. लेकिन इसी भागलपुर में नि:शक्त बेटियों की सशक्त से बराबरी कराने में माता-पिता पूरी ताकत झोंके हुए हैं. भागलपुर : खंजरपुर के इलाके में ऐसे कई माता-पिता अपनी नि:शक्त बेटियों को सशक्त व सामान्य की कतार में खड़े करने के […]
भागलपुर : खंजरपुर के इलाके में ऐसे कई माता-पिता अपनी नि:शक्त बेटियों को सशक्त व सामान्य की कतार में खड़े करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. वे अपनी उन बेटियों की जिंदगी संवारने में लगे हैं, जिन्हें कलम तक उठाने में दिक्कत होती है. इनमें कुछ माता-पिता तो ऐसे हैं, जिनके कान बेटियों के मुंह से अभी तक मां या पापा सुनने को तरस रहे हैं. लेकिन उनकी उम्मीद और हौसले कम नहीं हैं.
वे हर दिन खिरनी घाट स्थित बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा संचालित डे केयर सेंटर में अपनी बेटियों को ले जाते हैं. सारे कामकाज छोड़ वहां दो घंटे बिताते हैं और सेंटर पर मिली सीख से बेटियों को घर पर पढ़ाते हैं. खास बात यह कि डे केयर सेंटर पर लगभग 25 बच्चे नामांकित हैं और उनमें आधी बेटियां हैं.
हौसला
छह माह की मेहनत ला रही रंग
कड़ी मेहनत के बाद अब सामान्य होने लगे हैं नि:शक्त बच्चे
अभिभावक हों जागरूक
खंजरपुर के नि:शक्त बेटे-बेटियों के अभिभावक काफी जागरूक हैं. वे अपने बच्चों काे हर दिन डे केयर सेंटर पर लाते हैं और यहां समय भी देते हैं. बच्चों में काफी सुधार हो रहा है. खासकर बेटियों के प्रति उनकी जागरूकता देख संतुष्टि मिलती है.
डॉ करिश्मा, फिजियोथेरेपिस्ट, डे केयर सेंटर
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