नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चार दिवसीय राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने आदिवासी भाई-बहनों को संबोधित करते हुए कहा, इस बार दिल्ली देश भर से आये आदिवासी भाई-बहनों के साथ दिवाली बनायेगा. उन्होंने कहा हमारा देश विविधताओं में एकता का देश है.
हमारे देश के आदिवासी भाई -बहनों से हमें सिखना चाहिए कि कैसे अभाव में भी जिंदगी जीया जाता है. जंगलों में रहने वाले हमारे देश के आदिवासी भाई अभावों में संघर्ष करते हुए भी जिंदगी मजे में जिते हैं. अभावों के बाद भी आपस में नृत्य करते हुए सामुहिकता के साथ खुशी-खुशी जिंदगी गुजारते हैं.
* आदिवासियों की जमीन पर किसी का हक नहीं : प्रधानमंत्री मोदी
मोदी ने आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा, आदिवासी भाई बहनों ने जंगलों को बचाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है. जंगलों से इनका गहरा नाता रहा है. आदिवासी भाई-बहनों के जमीन पर किसी का हक नहीं है. कोई इनसे जमीन नहीं छीन सकता है. सरकार उन्हें जमीन का पट्टा देने का काम कर रही है. उन्होंने कहा, आदिवासियों को उनका हक मिलना चाहिए. उन्होंने कहा आदिवासियों से उनके जमीन छीनने का किसी को कोई हक नहीं बनता है.
* आदिवासियों के हित पर सरकार दे रही है ध्यान
मोदी ने कहा सरकार ने 100 रूर्बन सेंटर खोलने का फैसला लिया है. इस सेंटर पर आदिवासी भाई-बहनों को शहर में जो सुविधाई मिलती हैं उन्हें भी वहां दी जाएंगी. मोदी ने कहा जंगलों से निकलने वाले उत्पादों से जो भी टैक्स सरकार को मिलते हैं उससे वहीं के लोगों के बीच खर्च किया जाएगा. बच्चों के पढ़ने के लिए स्कूलों का निमार्ण कराया जाएगा. स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे. इस दिशा में सरकार काम कर रही है.
हमारे देश के ये आदिवासी भाई-बहन जंगलों के उत्पादों से कई तरह के सामान बनाते हैं लेकिन उनका उन्हें सही मूल्य नहीं मिल पाता है. आदिवासी भाई-बहनों के हुनर को और भी निखारने की जरूरत है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मेरा सौभाग्य रहा है कि मैं अपने जीवन का लंबा समय आदिवासी भाईयों के बीच गुजारा है.
पीएम मोदी ने कहा, कला और संस्कृति आदिवासियों की देन है. इनके पास अनेकों विधायें मौजूद है. उनके हुनरों को आज पहचानने की जरूरत है. जंगलों में रहने वाले आदिवासी भाईयों के पास जड़ी-बूटी की अद्भूत ताकत है. जंगलों में चले जाएं तो ये जड़ी -बूटियों से बने दवाईयों को दे देते हैं जिससे कोई भी रोग क्यों न हो पल भर में गायब हो जाते हैं. आज जंगलों से निकलने वाले दवाईयों की मांग दुनिया भर में बढ़ गयी है.
* 50 साल के बाद आदिवासी भाई -बहनों के लिए अलग मंत्रायल बनाया गया
मोदी ने कहा देश में पहली बार 50 साल के बाद आदिवासी मामलों के मंत्रालय बनाये गये. हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने यह काम किया और इसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं.