संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि हैती में हैजे से मरने वालों के परिजनों को क्षतिपूर्ति मुहैया कराने के लिए वह सदस्य देशों से 20 करोड़ डालर की राशि जुटाने का विचार कर रहा है. महासचिव के विशेष सलाहकार डेविड नबारो ने कल कहा कि ‘सामग्री सहायता’ के तहत धन उपलब्ध कराना संयुक्त राष्ट्र की हैजे से निपटने की नयी पहल है. माना जाता है कि यह बीमारी संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षकों के जरिये नेपाल से हैती पहुंची है. बहरहाल, उन्होंने इस बात से इंकार किया कि बीमारी की जिम्मेदारी लेने के कारण संयुक्त राष्ट्र यह सहायता कर रहा है.
हैजे से हैती में करीब 8,00,000 नागरिक बीमार हो गये, तथा करीब 9,300 लोगों की मौत हो गई. नबारो ने कहा, ‘हम हैजे से मरने वालों के लिए नैतिक जिम्मेदारी के अलावा अन्य किसी चीज की बात नहीं कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘इस मामले में मुझे लगता है कि मैं हैती के लोगों को मुश्किल से निकालने में मदद करना चाहता हूं. यह मुश्किल समय 2010 से अभी तक है.’ उल्लेखनीय है कि सालों से संयुक्त राष्ट्र अपने उपर लगने वाले आरोपों से इंकार करता रहा है, अथवा इस मामले में चुप्पी साधे रहा है.
अमेरिका में मुकदमों की सुनवाई के दौरान उसने 1946 के करार के तहत छूट का दावा किया था. अगस्त में अमेरिकी अदालत ने हैती के करीब 5,000 हैजा पीडि़तों की ओर से दायर मुकदमे में विश्व संस्था की छूट बरकरार रखी थी. इन पीडितों ने महामारी के लिए संयुक्त राष्ट्र को जिम्मेदार बताया था.