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बिहार में भी शीतयुद्ध जल्द बदलेगा झगड़े में : सुशील मोदी
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी समाजवादियों का शीत युद्ध बहुत जल्द झगड़े में बदलने वाला है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सिर-फुटौव्वल के बीच बिहार में महागंठबंधन का एक घटक जहां चाचा-भतीजा की […]
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी समाजवादियों का शीत युद्ध बहुत जल्द झगड़े में बदलने वाला है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सिर-फुटौव्वल के बीच बिहार में महागंठबंधन का एक घटक जहां चाचा-भतीजा की एका चाह रहा है, वहीं दूसरा घटक अखिलेश को मुलायम से तोड़ कर एक नये महागंठबंधन का सपना देख रहा है. लालू जी समधी के साथ हैं तो नीतीश कुमार भतीजे के साथ हैं.
मोदी ने कहा कि राजद का उपमुख्यमंत्री जरूर है परंतु वे दूसरे विभाग के प्रधान सचिव तो दूर एक सिपाही, किरानी को भी तलब नहीं कर सकते हैं. वह अपने विभाग की बैठक के अलावा न तो किसी अन्य विभाग की समीक्षा कर सकते हैं और न ही किसी अन्य विभाग को कोई निर्देश दे सकते हैं. सरकारी विज्ञापनों में केवल मुख्यमंत्री का फोटो छपता है. सबसे बड़े घटक दल के उपमुख्यमंत्री का छोटा फोटो भी नहीं लगता है.
सुरक्षा को लेकर सरकार बेपरवाह : नंदकिशोर
वरिष्ठ भाजपा नेता व लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने कहा कि बिहार में पुलिस के जवानों को निशानेबाजी का प्रशिक्षण के लिए बना डेहरी-ऑन-सोन का फायरिंग रेंज खुद डेंजर जोन में है. सरकार सुरक्षा को लेकर बेपरवाह है. सोन नदी में आयी बाढ़ के दौरान मिट्टी खिसक जाने की वजह से फायरिंग रेंज की दीवारें नीचे से खोखली हो गयी हैं. कई जगहों पर तो दीवारें पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी हैं.
पुलिस तंत्र को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने का दावा करने वाली सूबे की सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित इस एकमात्र फायरिंग रेंज की सुरक्षा को लेकर भी बेपरवाह बनी हुई है. आलम यह है कि पुलिस बलों के जवान सुरक्षित तरीके से फायरिंग की ट्रेनिंग भी नहीं ले पा रहे हैं. ऐसे में आधुनिक हथियारों से लैस अपराधी गिरोहों और नक्सलियों से टक्कर लेने की उम्मीद बेमानी ही साबित होगी. यादव ने कहा कि डेहरी में स्थित बीएमपी-2 में पुलिस बलों के अधिकारियों से लेकर जवानों को फायरिंग की ट्रेनिंग के लिए बने रेंज चांमारी वट की स्थिति दयनीय हो गयी है. बीएमपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसटीएफ से लेकर बिहार पुलिस के जवान यहीं फायरिंग का अभ्यास करते हैं और प्रशिक्षण लेते हैं.
कायदे से बड़ी बहन या बड़े भाई होने के नाते मीसा भारती या तेज प्रताप को उपमुख्यमंत्री बनना चाहिए था. लेकिन, लालू प्रसाद ने मान्य परंपरा को दरकिनार कर छोटे बेटे को उत्तराधिकारी बना दिया है. अब बड़ा भाई कुंवारा रहेगा और छोटे भाई की शादी पहले होगी. लालू-राबड़ी परिवार में मुलायम सिंह के परिवार के समान मचे घमासान को आखिर लालू कब तक दबा पायेंगे.
मोदी ने कहा कि जिस तरह से उत्तर प्रदेश में मुलायम की छाया से अखिलेश बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. उसी तरह बिहार में लालू प्रसाद दोनों बेटों को अपनी छाया से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश में अखिलेश ने मुख्तार अंसारी जैसे अपराधी का विरोध करने की हिम्मत तो दिखायी. परंतु बिहार में दोनों बेटों ने शहाबुद्दीन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. लोहिया जी के शिष्यों के बारे में कहावत प्रचलित है कि वे दो साल से ज्यादा साथ नहीं रह सकते और 5-10 साल से ज्यादा अलग नहीं रह सकते. यूपी को दोहराने में बिहार को बहुत समय नहीं लगेगा.
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