लखनऊ : मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ तनातनी में मंत्री पद गंवाने वाले उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव ने आज अपने भतीजे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश ने उनसे कहा था कि वह अलग पार्टी बनायेंगे और किसी भी दल से मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
शिवपाल ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा बुलायी गयी विधायकों, मंत्रियों, विधान परिषद सदस्यों तथा अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं की बैठक में मुख्यमंत्री पर तीखे वार करते हुए कहा कि वर्ष 2012 में जब उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर अखिलेश को इस पद पर बैठाया गया था तो उन्होंने इसे दिल से स्वीकार किया था लेकिन जब अखिलेश को प्रांतीय अध्यक्ष पद से हटाया गया तो उन्होंने उनके महत्वपूर्ण विभाग छीन लिये.
उन्होंने मुख्यमंत्री पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा ‘‘मैं कसम खाकर कहता हूं. अखिलेश जी ने खुद मुझसे कहा था कि मैं अलग दल बनाऊंगा और किसी भी दल से मिलकर चुनाव लड़ लूंगा.’ शिवपाल ने मुलायम सिंह से नेतृत्व संभालने की अपील करते हुए कहा ‘‘नेताजी, उत्तर प्रदेश का नेतृत्व आपको संभालने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि मुलायम उन्हें पूरी छूट दें, ताकि वह पार्टी के विरोधियों को बाहर निकाल सकें.
उन्होंने आरोपों का दौर जारी रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पास अपने विभाग की समीक्षा करने का वक्त नहीं होता है लेकिन आप पता लगा लेना कि मेरे विभागों के काम की समीक्षा होती थी और गलती करने वाले अधिकारियों को दंड भी मिलता था. ‘‘मुख्यमंत्री जी हम जानते हैं कि आपके विभागों में कितनी गडबडियां हुई हैं, क्या किसी अधिकारी को दंड मिला.’
शिवपाल ने परिवार में जारी खींचतान के लिए जिम्मेदार बताये जा रहे सपा के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह का खुला समर्थन करते हुए कहा ‘‘नेताजी (मुलायम), आप वर्ष 2003 की याद कीजिये कि कैसे सरकार बनी थी, किसने सरकार बनवायी थी. हमने बनवायी थी और सहयोग दिया था अमर सिंह ने.’ अमर सिंह के विरोधियों खासकर सपा से निष्कासित किये गये पूर्व वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव की तरफ इशारा करते हुए शिवपाल ने कहा ‘‘अमर सिंह के चरणों की धूल भी नहीं हो तुम लोग.’
शिवपाल ने कहा कि अब समाजवादी पार्टी में वही रहेगा, जो ईमानदारी से काम करेगा, दलाली नहीं करेगा, जमीनों पर कब्जा नहीं करेगा। आज समाजवादी पार्टी में संकल्प लेने की जरूरत है, तभी हम वर्ष 2017 में सरकार बना पायेंगे.उन्होंने कहा ‘‘हम पक्के समाजवादियों से अपील करते हैं कि पांच नवम्बर को जो सम्मेलन होने जा रहा है, उसमें बड़े पैमाने पर शिरकत करना है.’