आरा/पीरो : स्व रामइकबाल वरसी के श्राद्धकर्म के शामिल होने एवं पीरो की घटना में प्रभावित लोगों से मिलने के बाद आरा परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पीरो की घटना पर सरकार की एक पक्षीय कार्रवाई संदेह के घेरे में है. दो माह से सरकार दशहरा एवं मुहर्रम को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने की तैयारी की नाटक कर रही थी.
मुख्यमंत्री स्वयं तैयारी का निरीक्षण कर रहे थे. इसके बावजूद पीरो जैसे संवेदनशील क्षेत्र में भी पुलिस बल की विशेष व्यवस्था नहीं की गयी तथा एक पक्ष के लोगों को सहयोग किया गया. डीआइजी मो रहमान इस घटना के लिए दोषी हैं. वहीं उन्होंने कहा कि स्व वरसी सचमुच में पीरो के गांधी थे.
आपातकाल के दौरान बक्सर जेल में हमदोनों बंद थे. वहीं भोजपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव स्व पद्मराज कुमार जैन के घर पहुंचे और उनके परिजनों से मिल कर ढाढ़स बंधाया. इस अवसर पर पूर्वमंत्री सोनाधारी सिंह यादव, पूर्व विधायक संजय टाईगर, शिवेश कुमार, आशा देवी, जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुशवाहा, सुरेश सिंह, शिवजी शर्मा, हाकिम प्रसाद, डॉ हरेंद्र पांडेय, डॉ रमेश कुमार सिन्हा, महेश पासवान आदि उपस्थित थे.