मोतिहारी : शहर सहित जिले में संचालित प्रतिष्ठानों व मॉलों की जांच होगी. इस बाबत श्रम संसाधन विभाग के जिला नियोजन कार्यालय ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है और उसकी सूची प्रखंडवार तैयार की जा रही है.प्रतिष्ठानों व मॉलों में कर्मचारियों की बहाली की प्रकिया क्या है और उन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया है या नहीं
इसकी गहनता से जांच होगी.इसकी जानकारी देते हुए गुरुवार को जिला नियोजन कार्यालय के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसके लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है और सूची तैयार की जा रही है.मोतिहारी शहर में करीब आधा दर्जन मॉल चल रहे हैं जबकि चार सौ के करीब बड़ी व छोटी प्रतिष्ठानें चल रही हैं जहां बड़ी संख्या में लोग काम करते हैं. इसी तरह जिले के विभिन्न प्रखंडों में भी कई नामी प्रतिष्ठनें चल रही है.
कसा शिकंजा
प्रतिष्ठानों व मौलों की सूची तैयार करने में जुटा श्रम विभाग
शहर में करीब आधा दर्जन मॉल
व चार सौ से अधिक हैं बड़ी व
छोटी प्रतिष्ठानें
कर्मचारियों के बहाली की प्रक्रिया
की होगी समीक्षा
हर हाल में कर्मियों को देना है नियुक्ति पत्र
सीएनबी एक्ट के अनुसार कर्मियों को प्रतिष्ठान के संचालक द्वारा हर हाल में नियुक्ति पत्र देना है.विभाग को शिकायत मिली है कि प्रतिष्ठनों द्वारा कर्मियों का शोषण किया जा रहा है और सरकार के आदेश की धज्जिया उड़ायी जा रही है.उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता है.
नियुक्ति पत्र नहीं तो संचालक पर मुकदमा
जांच के दौरान नियुक्ति पत्र नहीं होने व नियुक्ति प्रकिया एक्ट के अनुसार नहीं पाये जाने पर संचालक पर मुकदमा होगा और उनके खिलाफ अन्य कार्रवाई भी की जाएगी.कर्मियों को कितना मानदेय संचालक द्वारा दिया जाता है,इसकी भी जांच की जाएगी.
जांच से शोषण पर लगेगी रोक
प्रतिष्ठानों की जांच से कर्मचारियों के होने वाले शोषण पर रोक लगेगी और उन्हें निर्धारित माप दण्ड के अनुसार मानदेय मिल पायेगा.प्रखंडों में संचालित प्रतिष्ठान संचालकों द्वारा कर्मियों के शोषण करने व उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं देने की शिकायतें मिली है.
सूची तैयार होते ही शुरू की जाएगी जांच
इसके लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.सीएनबी एक्ट का अनुपालन हर प्रतिष्ठानों व मॉलों के संचालकों को करना है. सूची तैयार होते ही जांच शुरू कर दी जाएगी.
भरत जी राम, जिला नियोजन पदाधिकारी,मोतिहारी