करपी(अरवल) : सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के दो पंचायत सचिवों की गिरफ्तारी के बाद प्रखंड के साथ-साथ करपी प्रखंड के पंचायत सचिवों में भी हड़कंप मच गया है. विदित हो कि उच्च न्यायालय के निर्देश पर विभिन्न विद्यालयों में नियोजित शिक्षकों के प्रमाणपत्र समेत अन्य कागजात की जांच जिला मुख्यालय में निगरानी के द्वारा की जा रही है.
इसके कारण नियोजित से संबंधित फोल्डर निगरानी विभाग को एक निर्धारित तिथि तक पंचायत सचिवों को जमा कराना था, लेकिन निर्धारित समय के अनुसार फोल्डर नहीं जमा किये जाने के पश्चात ऐसे पंचायत सचिवों पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी थी. दोनों प्रखंडों के लगभग सभी पंचायत सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज पूर्व में ही हो चुकी है.
जानकारी के अनुसार कुछ पंचायतों को छोड़ किसी भी पंचायत में 2003 के शिक्षक नियोजन संबंधी कागजात उपलब्ध नहीं हैं. एक पंचायत सचिव ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमलोगों के पास कागजात रखने के लिए कार्यालय उपलब्ध नहीं है. पिछले 13 वर्षों में कई स्थानों पर स्थानांतरित हो चुका हूं. उसके साथ ही एक साथ दो से अधिक पंचायतों का प्रभार मिला रहता है.