सहरसा : जिले में सरकारी चिकित्सक की लापरवाही का एक अनोखा नमूना सामने आया है. चिकित्सक ने महिला के पेट में ही ब्लेड छोड़ दिया है. अब ऑपरेशन के छह महीने बाद उसके जीवन-मरण का प्रश्न खड़ा हो गया है. परेशान केशवपुर बस्ती निवासी महादलित महिला सीमा देवी ने बुधवार को पीएचसी पतरघट पहुंच कर पीएचसी प्रभारी डॉ एलपी भगत से मिल कर अपने प्राण रक्षा की गुहार लगाते हुए कहा कि वह चार बच्चों की मां है तथा उनके पति त्रिभुवन सादा मजदूरी करने के लिए प्रदेश गया हुआ है. उनकी छोटी लड़की निक्की कुमारी के जन्म के छह दिन बाद पीएचसी पतरघट में आशा कार्यकर्ता संजू कुमारी के साथ आकर बीते 15 फरवरी 2016 को बंध्याकरण ऑपरेशन करवाया था. इससे आठ माह बाद पेट में अचानक दर्द होने से परेशान होकर मधेपुरा में प्राइवेट डॉक्टर से अपना इलाज करवाया. जहां डॉक्टर की सलाह पर मधेपुरा में विमला एक्स-रे के यहां जाकर पेट का अपना एक्स-रे करवाया. जहां एक्स-रे में पेट के अंदर से सेविंग ब्लेड पाया गया है.
पीड़िता ने पीएचसी प्रभारी से पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने के साथ-साथ अपनी जान बचाने की गुहार लगायी है. इस बाबत पीएचसी प्रभारी डॉ एलपी भगत ने बताया कि इस पीड़ित महिला के मामले में वे खुद सीएस से बात कर सारी वस्तुस्थिति से अवगत करवा दिये हैं तथा उनके आदेशानुसार उक्त महिला मरीज को सहरसा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है.