नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज भाजपा की अगुवाई वाली सरकार पर आरोप लगाया कि वह देश में ‘असहनशीलता की छाया’ को बढावा दे रही है ताकि उसकी राय से इत्तेफाक नहीं रखने वाले विचारों को दबाया जा सके. पार्टी ने यह भी कहा कि ‘जो भी सरकार-विरोधी होता है उसे देश-विरोधी करार दे दिया जा रहा है और जो भाजपा-विरोधी होता है उसे देशद्रोही करार दे दिया जा रहा है.’ फिल्मकार अनुराग कश्यप की एक विवादित टिप्पणी की पृष्ठभूमि में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि व्यापक संदर्भ यह है कि इस सरकार के पिछले 28 महीनों में देश में एक जैसा विमर्श थोपने और अल्पसंख्यक विचारों को दबाने की कोशिशें की गई हैं, जो चिंताजनक है.
तिवारी ने कहा, ‘लिहाजा, ऐसा विमर्श हावी हो रहा है जिसमें किसी भी सरकार-विरोधी को देश-विरोधी और किसी भी भाजपा-विरोधी को देशद्रोही करार दिया जा रहा है, नागरिक-सैन्य संबंधों पर वाजिब सवाल उठाने वालों को भी विश्वासघाती करार दिया जा रहा है. यह एक व्यापक माहौल है जो भाजपा सरकार ने पिछले 28 महीने में बनाया है और यह चिंताजनक है.’
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने पिछले 28 महीनों में असहनशीलता की छाया को बढावा दिया है, जिसमें रचनात्मक समुदाय ने यह कहना शुरू कर दिया है कि हमारे माथे में एक सेंसर है और हम कुछ भी कहने से पहले दो बार सोचते हैं और यह व्यापक संदर्भ है. कश्यप के बयान पर गृह राज्य मंत्री किरन रिजीजू की टिप्पणी के बारे में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर तिवारी ने ये बातें कही.
रिजीजू ने कहा था कि इस देश में प्रधानमंत्री पर हमला बोलना फैशन बन गया है. तिवारी ने कहा कि वह रिजीजू की बातों पर प्रतिक्रिया नहीं जाहिर करना चाहेंगे. हालांकि, तिवारी ने कहा कि उन्होंने 2013 में गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कहा था कि ‘इस जमीन पर अपशकुन मंडरा रहा है.’