मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश दिया है कि महिलाआें के खिलाफ अत्याचार के मामलों को गंभीरता से लिया जाये अौर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाये. यादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने मीता की मौत के बाद उसके परिवार वालों को इंसाफ दिलाने के लिए ऑनलाइन अभियान चला रखा है.
ससुरालवालों का कहना है कि पति के साथ झगड़े के बाद मीता ने आत्महत्या कर ली. जबकि मीता के घरवालों का आरोप है कि ससुरालियों ने दहेज के लिए उसकी हत्या की है. पुलिस मीता के पति राणा मंडल और ससुर विजेंद्र मंडल को गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन उसकी सास और देवर फरार हैं.
मीता का भाई इसे हत्या का मामला बता रहा है. उसने बताया कि मीता के सिर और पूरे शरीर पर चोट के निशान थे. उसके नाक से खून निकल रहा था. राणा ने सूचना दी कि मीता ने आत्महत्या की है आैर एक सुसाइड नोट भी लिखा है. लेकिन पुलिस को मौका-ए-वारदात से ऐसा कोई नोट नहीं मिला. मीता के घरवालों का आरोप लगाया कि राणा शराबी है. नह अक्सर मीता को पीटता था. मीता के चाचा रंजीत दास ने बताया कि भतीजी ने अपने पिता को बताया था कि उसका पति एक लाख रुपये की मांग कर रहा है. आखिरी बार जब वह मायके आयी थी तो उसने अपनी मां से एक लाख रुपये मांगे थे. इससे साफ है कि यह दहेज हत्या का मामला है, आत्महत्या का नहीं.