जामताड़ा : जामताड़ा अब तरक्की की राह पर चल पड़ा है. जिला में एक भी गरीब झुग्गी झोपड़ी में और न ही तंबू में दिखाई देगा. शहर बहुत जल्द स्लम-मुक्त होगा. इसके लिए प्रशासनिक पहल शुरु कर दी गयी है.
शहर के सभी गरीबों को एक ही जगह एक ही छत के नीचे बसाने की तैयारी चल रही है. फलैट बनाने के लिए जगह भी चिह्नित कर लिया गया है. डीपीआर भी बनना शुरू हो चुका है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर के गरीबों को बसाने के लिए आधुनिक तरीके का एक फलैट बनाया जायेगा. फ्लैट के लिए महिला पोलिटेकनिक के पीछे की जगह को चिह्नित किया गया है. शहर के झुग्गी झोपड़ी एवं तंबू में रहनेवाले स्लम का सर्वे का भी कार्य नगर पंचायत की और से जारी है.पूरी तरह स्लम-मुक्त जामताड़ा बनानेे के लिए प्रशासनिक पहल तेज हो गयी है.
कुंडहित : डीसी रमेश कुमार दूबे कुंडहित पहुंचकर प्रखंड सभागार में चल रहे मेट प्रशिक्षण का जायजा लिया. डीसी ने प्रशिक्षण में उपस्थित मुखिया, उप मुखिया तथा मेट को योजनाओं के विकास में पारदर्शी लाने का निर्देश दिया.
मुखिया को कहा कि कार्यकारिणी की बैठक कर पंचायत के खर्च का लेखा-जोखा को सूचना पट पर टांगने का निर्देश दिया. कहा कि कार्यकारिणी की बैठक में जिप सदस्य भी भाग लेंगे. पंचायत को कितनी राशि आवंटित की गयी, कौन-कौन सी योजना ली गयी, कौन मद से योजना करायी गयी सारी खर्च का ब्योरा पंचायत में टांगने का निर्देश दिया. उन्होंने महिला मेट को घर पर शौचालय बनाने का निर्देश दिया. कहा : शौचालय घर पर रहने से महिला की इज्जत आबरू बचती है. बाहर शौच करने से घर की इज्जत चली जाती है. कभी-कभी ये भी सुनी जाती है कि घर के बाहर महिला गयी शौच करने और छेड़खानी तो और अप्रिय घटना होने की बात सामने आती है.
इसलिए सभी महिला मेट घर पर पति को कहें शौचालय बनवाने. डीसी श्री दूबे ने 15 एवं 16 अक्तूबर को प्रखंड स्तरीय ग्राम सभा करने का निर्देश दिया. साथ ही 19 से 31 अक्तूबर तक पंचायत में ग्रामसभा का आयोजन कर योजना बनाने का निर्देश दिया. कहा : हर पंचायत में ग्रामसभा में विधायक उपस्थित रहेंगे. साथ सांसद की भी उपस्थिति हो इसकी बातचीत चल रही है. बाद में डीसी बनकाठी पंचायत भवन में पहुंच कर मुखिया एवं जल सहिया के साथ बैठक की. कहा : जल सहिया शौचालय निर्माण में तेजी लाये. मार्च 2017 तक जामताड़ा जिला को ओडीएफ घोषित किया जाना है. कहा : वैसे सरकारी वेतन या मानदेय पाने वाले को अपने खर्च से शौचालय बनवाना है.
आंगनबाड़ी सेविका, जल सहिया, पारा शिक्षक, डीलर अपने खर्च से शौचालय का निर्माण करेंगे. डीसी ने प्रखंड समन्वयक को निर्देश दिया कि जो व्यक्ति अपने से शौचालय का निर्माण कराया है, उसकी सूची जल्द से जल्द जिला में भेजें, ताकि उन्हें प्रशस्ति पत्र दिया जा सके. मौके पर बीपीओ चमेली टुडू, मुखिया विमला हांसदा, बीपीआरओ नूर अली खान, प्रखंड समन्वयक रफीक हुसैन, मानिक चंद्र लौह सहित अन्य मौजूद थे.