परिहार (सीतामढ़ी) : थाना क्षेत्र के अंदौली गांव की एक दंपती से सात लाख की ठगी का मामला सामने आया है. ग्रीन-रे इंटरनेशनल लिमिटेड नामक फर्जी ननबैंकिंग कंपनी के नाम पर गांव के ही एजेंट मौलाना मो रिजवान ने दंपती से एक ही किस्त में सात लाख की वसूली की. दंपती को तब गहरा ठेस […]
परिहार (सीतामढ़ी) : थाना क्षेत्र के अंदौली गांव की एक दंपती से सात लाख की ठगी का मामला सामने आया है. ग्रीन-रे इंटरनेशनल लिमिटेड नामक फर्जी ननबैंकिंग कंपनी के नाम पर गांव के ही एजेंट मौलाना मो रिजवान ने दंपती से एक ही किस्त में सात लाख की वसूली की. दंपती को तब गहरा ठेस पहुंचा जब कंपनी के पते पर मुजफ्फरपुर पहुंचा तो कंपनी का कोई नामोनिशान नहीं था.
एजेंट ने ग्रामीण मो शौकत को बताया था कि उसकी कंपनी मुजफ्फरपुर के कल्याणी चौक पर है. इसका प्रधान कार्यालय लाजपत नगर, न्यू दिल्ली है. उसने दंपती से एक बार में चार लाख रुपये यह कह कर लिया कि 81 माह तक पेंशन के रूप में 10 हजार रुपये मिलेंगे. वहीं, परिपक्वता की अवधि पूरा होने पर चाल लाख रुपये वापस कर दिये जायेंगे. एजेंट के झांसे में शौकत आ गया और अपने नाम पर चार लाख व पत्नी के नाम पर तीन लाख रुपये दे दिया. यह बात 26 अप्रैल 2012 की है.
कई माह तक मिली पेंशन : बताया गया है कि मई 2012 में दंपती को पासबुक मिली और उसी माह से पति को 10 हजार व पत्नी को 7500 रुपया पेंशन मिलनी शुरू हुई. 27 जून 14 तक यानी 27 माह पेंशन मिली. बाद में पेंशन देने में टाल-मटोल किया जाने लगा और पेंशन मिलनी बंद हो गयी. एजेंट का कहना था कि पूरा पैसा कंपनी में इंवेस्ट है. मो शौकत ने एजेंट मो रिजवान, शाखा प्रबंधक मो साकिर, कंपनी के निदेशक क्रमश: अयुब सदा, खालिक सदा, मीर शाहिद सदा व मीर लहिरूद्दीन के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी कांड संख्या 154/16 दर्ज करायी है.
27 माह तक िमली पेंशन
कंपनी के चार निदेशक, शाखा प्रबंधक व एजेंट पर प्राथमिकी
पेंशन के अतिरिक्त राशि मिलने का दिया गया था लालच, कल्याणी चौक, मुजफ्फरपुर पर शाखा का अता-पता नहीं
कई महीनों तक िमलते रहे पति को 10 हजार व पत्नी को 7500 रुपये