इसके लिए वामपंथ विचारधारा वाली पुस्तिका को युवा वर्ग तक पहुंचाना काफी जरूरी है. वामपंथी, लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष समर्थित दलों को एकजुट होकर आंदोलन में शामिल होना होगा. राजनीतिक हिंसा के खिलाफ आंदोलन में कांग्रेस को भी शामिल किये जाने के प्रश्न पर मिश्रा ने कहा कि लोकतंत्र पर होेने वाले हमले के खिलाफ आंदोलन में कांग्रेस के शामिल रहने पर कोई आपत्ति नहीं है.
कांग्रेस के साथ राजनीतिक गंठबंधन नहीं होगा लेकिन राज्य में लोकतंत्र पर होने वाले हमले के खिलाफ आंदोलन में तमाम लोकतांत्रिक शक्तियों के शामिल होने की जरूरत है. माकपा नेता ने कहा है कि दुर्गापूजा व अन्य त्योहारों के बाद नवंबर महीने राजनीतिक हिंसा के खिलाफ व जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर राज्य व्यापी आंदोलन चलाया जायेगा.