नयी दिल्ली : अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने अपने बिजली पारेषण कारोबार को अडाणी समूह को बेचने का सौदा किया है. 2000 करोड़ रुपये से अधिक रुपये के इस सौदे पर आज हस्ताक्षर किए गए. कंपनी ने आज एक बयान में यह जानकारी दी. इसके अनुसार, ‘रिलांयस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (आरइन्फ्रा) अपनी पारेषण आस्तियों की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड को बेचने के लिए सौदे पर हस्ताक्षर की आज घोषणा कर रही है.’ दोनों कंपनियों ने इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया है लेकिन बैंकिंग सूत्रों के अनुसार यह 2000 करोड़ रुपये से अधिक का सौदा है.
रिलायंस इन्फ्रा की दो बिजली पारेषण लाइनें हैं जो महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश व कर्नाटक में हैं. इसी तरह उसकी हिमाचल प्रदेश व पंजाब की एक अन्य लाइन में उसकी 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है. रिलायंस इन्फ्रा देश की पहली 100 प्रतिशत निजी पारेषण परियोजना – वेस्टर्न रीजन सिस्टम स्ट्रेंथिंग स्कीम (डब्ल्यूआरएसएसएस) बीएंडसी प्रोजेक्ट्स की मालिक है.
यह महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश व कर्नाटक में है. इसी तरह रिलायंस इन्फ्रा की परबती कोलडम ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड में 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह हिमाचल प्रदेश व पंजाब में है और पावर ग्रिड कारपोरेशन आफ इंडिया के साथ संयुक्त उद्यम है. उक्त तीनों पारेषण परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और आय अर्जित कर रही हैं.
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