नयी दिल्ली : सरकार ने ओएनजीसी विदेश को रूस की वैंकोर तेल फील्ड में 11 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी 93 करोड़ डालर में खरीदने की आज मंजूरी दे दी. तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) की विदेश इकाई ओवीएल ने इस साल मई में वैंकोर तेल फील्ड में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था. यह अधिग्रहण 1.28 अरब डालर का था. एक सरकारी बयान के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने ओवीएल को रूस की राष्ट्रीय तेल कंपनी रोसनेफ्ट ऑयल कंपनी (रोसनेफ्ट) से जेएससी वैंकोरनेफ्ट में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण की मंजूरी दे दी.’
रोसनेफ्ट अपनी पूर्ण अनुषंगी वैंकोरनेफ्ट के जरिये वेंकोर फील्ड का परिचालन करती है. बयान में कहा गया है, ‘वैंकोरनेफ्ट में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिये ओवीएल 93 करोड़ डालर का भुगतान करेगी.’ वैंकोरनेफ्ट में हिस्सेदारी लेने से ओवीएल को 2017 तक 32 लाख टन तेल समतुल्य प्राप्त होगा. इससे सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस कंपनियों को रोसनेफ्ट से नयी प्रौद्योगिकी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा.
ओवीएल की वैंकोर में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के अलावा ऑयल इंडिया, इंडियन ऑयल कारपोरेशन तथा भारत पेट्रो रिर्सोसेज के समूह ने वैंकोरनेफ्ट में 2.02 अरब डालर की लागत से 23.9 प्रतिशत हिस्सेदारी लिया है. इससे उन्हें 65.6 लाख टन तेल मिलेगा. ओवीएल के पूर्व में वैंकोर में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने से 41.1 लाख टन सालाना तेल प्राप्त हुआ है.
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