बेलसंड के माछी गांव में कालापानी से गल रही धान की फसल.
Advertisement
बेलसंड में कालापानी से बर्बाद हो रही धान की फसल
बेलसंड के माछी गांव में कालापानी से गल रही धान की फसल. 15 दिनों खेतों में लगा है पानी तेज धूप व पानी में गल रही फसल सीतामढ़ी : बेलसंड नगर पंचायत व क्षेत्र के कई गांवों में मनुषमरा नदी का काला पानी क्षेत्र के किसानों को तबाह कर रखा है. फसलें बर्बाद हो रही […]
15 दिनों खेतों में लगा है पानी
तेज धूप व पानी में गल रही फसल
सीतामढ़ी : बेलसंड नगर पंचायत व क्षेत्र के कई गांवों में मनुषमरा नदी का काला पानी क्षेत्र के किसानों को तबाह कर रखा है. फसलें बर्बाद हो रही हैं. फसलों का हाल देख किसानों की मानों छाती फट जाती है. यहां के किसान जहां बैठते हैं तो कालापानी एवं बाढ़ से मुक्ति पर ही चर्चा करते रहते है. सभी चिंतित है कि आखिर कालापानी से मुक्ति कब मिलेगी. कुछ इसी तरह की चर्चा प्रखंड के माछी गांव की एक दुकान पर पांच-छह लोगों के बीच हो रही थी. वहां से मनुषमरा नदी के पानी से हो रही तबाही का मंजर अभी भी साफ देखा जा सकता है. किसान शैलेंद्र किशोर अपने खेत में गल रही धान की फसल को देख कर वहां पर पहुंचे.
दुखी मन से बैठ गये. उनकी आंखों में फसल बबार्दी का गम साफ झलक रहा था. बताया कि करीब छह एकड़ धान की खेती की है. रोपनी में हजारों रुपये खर्च हुये थे. पिछले 15 दिनों से मनुषमरा नदी का कालापानी खेतों में लगा है. इससे क्षेत्र के सौली, जाफरपुर, बराहबीघा, भोरहा समेत कई गांवों में धान की फसल बर्बाद हो रही है. इसी बीच, दूसरे किसान शंभू मिश्र ने बताया कि अब इस क्षेत्र में धान की फसल होना संभव नहीं है. क्षेत्र के किसान हर वर्ष लाखों रुपये का जुआ धान की फसल के साथ खेलते है, परंतु अंत में बाढ़ व कालापानी से उन्हें लागत खर्च भी गवां देनी पड़ती है. ललन सिंह, सुधीर कुमार, विनोद मिश्र ने बताया कि प्रशासन द्वारा बर्बाद फसल की जांच नहीं करायी गयी है. सरकार से फसल की क्षतिपूर्ति मिलनी दूर की बात है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement