वाशिंगटन : अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि भारत ने परमाणु प्रौद्योगिकी संबंधी अपनी जिम्मेदारी आम तौर पर ठीक से निभाई है, जबकि इसके पड़ोसी देश पाकिस्तान का परमाणु हथियारों का इतिहास तनावग्रस्त रहा है. अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने उत्तरी डकोटा में मिनोट एयरफोर्स बेस में ‘परमाणु प्रतिरोध को कायम रखने’ पर अपनी टिप्पणी में कल कहा, ‘पिछले 25 वर्षों में परमाणु हथियारों का परिदृश्य बदल गया है.’ कार्टर ने कहा कि अमेरिका ने अपने परमाणु शस्त्रों को बढाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया है, जबकि अन्य देशों ने अपने परिमाणु हथियारों की संख्या बढाने के साथ-साथ इसके वितरण को भी तरजीह दी है.
उन्होंने परमाणु प्रौद्योगिकी के संबंध में जिम्मेदारीपूर्ण रवैया निभाने के लिए भारत की तारीफ की और इस मामले में पाकिस्तान के इतिहास को तनावग्रस्त बताया. कार्टर ने कहा, ‘अपने परमाणु शस्त्रों की गुणवत्ता एवं मात्रा को बढाने के बावजूद चीन भी परमाणु क्षेत्र में अपने आप को पेशेवर की तरह पेश कर रहा है.’ उत्तर कोरिया में परमाणु प्रौद्योगिकी पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा, ‘यह आवश्यक है कि अमेरिका अपने परमाणु प्रतिरोध को बनाए रखे.’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिका का परमाणु प्रतिरोध हमारी सुरक्षा एवं रक्षा विभाग के सर्वोच्च प्राथमिकता मिशन का आधार है.’