जहानाबाद (नगर) : शहर से होकर बहनेवाली दरधा नदी में रविवार की रात आये उफान के बाद सांईं मंदिर रोड में बने पुल तथा जाफरगंज पुल पर बाढ़ का पानी चढ़ गया था. मंगलवार को नदी का जल स्तर कमने के बाद सांईं मंदिर रोड पुल से पानी उतर गया है. हालांकि इस पुल से आवागमन अभी शुरू नहीं हुआ है.
फिसलन की वजह से लोग अब भी इस पुल से आने-जाने से बच रहे हैं. वहीं, जाफरगंज पुल पर अब भी पानी है. सांईं मंदिर रोड व जाफरगंज पुल पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने के कारण तथा दरधा नदी का डायवर्सन क्षतिग्रस्त रहने से वाहनों के आवागमन के लिए एकमात्र रास्ता एनएच 83 बचा है. ऐसे में वाहनों की संख्या में काफी इजाफा हो गया है. हालांकि सांईं मंदिर रोड पुल से पानी नीचे आ जाने से थोड़ी राहत मिली है. इस पुल का भी उपयोग अब होने लगेगा. वहीं, जल स्तर में कमी के कारण कई निचले इलाकों से बाढ़ का पानी निकलने लगा है. दरधा नदी का उफान शांत होने के बाद जल स्तर लगातार कमता जा रहा है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है.
बाढ़ से हुई क्षति का आकलन कर दें रिपोर्ट : जिलाधिकारी
सांई मंिदर के समीप बने पुल से उतरा बाढ़ का पानी
समाहरणालय में मंगलवार को कृषि टास्क फोर्स की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने किया. बैठक में डीएम ने निर्देश दिया कि जिले में बाढ़ से हुई फसलों की क्षति का आकलन कर उसका रिपोर्ट जिले को दें, ताकि उस रिपोर्ट को राज्य सरकार के पास भेजा जा सके. डीएम ने कृषि विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि 30 सितंबर तक डीजल अनुदान का वितरण कर दिया जाये साथ ही किसानों द्वारा जो रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है
उसकी जांच कराई जाये. बैठक में बताया गया कि पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराया जायेगा. इसके लिए दुर्गा पूजा के उपरांत विभाग द्वारा कृषि मेला का आयोजन किया जायेगा. बैठक में सरकार द्वारा किसानों के हितार्थ चलायी जा रही अन्य योजनाओं के संबंध में भी समीक्षा किया गया तथा इन योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी के अलावा कृषि विभाग के अन्य अधिकारी शामिल थे.