रांची : झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के ऑर्थोपेडिक विभाग में भरती एक महिला मरीज को फर्श पर भोजन परोसने का मामले को जांच के उपरांत सही पाया गया. इस आधार पर दोषी अनुबंध कर्मी चंद्रमणी प्रसाद को नौकरी से हटा दिया गया है.इसमामले मेंरांची हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञानभी लिया है. हाईकोर्ट ने रिम्स और राज्य सरकार से जवाब तलब किया है. इस मामले की अगली सुनवाई 28 सितंबर को होगी. संबंधित पक्षों को इससे पहले दोनों को जवाब देना होगा.
प्रभात खबरनेआजकेअंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास के प्रधान सचिव ने स्वास्थ्य सचिव से बात करके दोषी पर कार्रवाई को कहा था. इस मामले में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने निर्देश दिया था कि 24 घंटे के अंदर कमेटी बना कर मामले की जांच की जाये और आवश्यक कार्रवाई की जाये. श्री दास के प्रधान सचिव ने रिम्स के निदेशक से भी वार्ता की थी.
आपको बता दें कि रिम्स के ऑर्थोपेडिक विभाग में गुरुवार को एक महिला मरीज के सामने फर्श पर खाना परोस दिया गया था. थाली नहीं होने के कारण खाना बांटने वाले रिम्स के कर्मचारी ने महिला को कॉरिडोर के फर्श पर ही चावल, दाल व सब्जी परोस दिया. इस दौरान भाजपा महानगर अध्यक्ष मनोज मिश्रा की नजर जब उस महिला पर पड़ी तो उन्होंने उस महिला से बातचीत की. पूछने पर महिला मरीज ने बताया कि उसके पास थाली नही है.
इसके बाद श्री मिश्रा ने यूनिट में मौजूद कर्मचारियों को फटकार लगायी. उन्होंने कहा कि यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री रघुवर दास से की जायेगी. उनसे दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने का आग्रह किया जायेगा. मनोज मिश्रा ने बताया कि वे भाजपा नेताओं के साथ गुरुवार को ऑर्थोपेडिक विभाग में भरती भाजपा के एक कार्यकर्ता को देखने गये थे. इसी दौरान उस महिला पर नजर पड़ी. इसके बाद भाजपा नेताओं ने वार्ड में जाकर मरीजों के बीच थाली का वितरण किया.