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पोटका में मिला सोप स्टोन भंडार
जमशेदपुर: जिले के सोप स्टोन से देश के लोगों का चेहरा चमक रहा है. यह बातें सुनकर आपको हंसी भी आये और हैरत भी हो, लेकिन यह हकीकत है. पूर्वी सिंहभूम जिले में सोप स्टोन मिलता है, जिसके जरिये साबुन, पाउडर से लेकर तमाम सौंदर्य सामग्री बनती हैं. देश के हर हिस्से में इसकी सप्लाइ […]
जमशेदपुर: जिले के सोप स्टोन से देश के लोगों का चेहरा चमक रहा है. यह बातें सुनकर आपको हंसी भी आये और हैरत भी हो, लेकिन यह हकीकत है. पूर्वी सिंहभूम जिले में सोप स्टोन मिलता है, जिसके जरिये साबुन, पाउडर से लेकर तमाम सौंदर्य सामग्री बनती हैं.
देश के हर हिस्से में इसकी सप्लाइ की जाती है. सोप स्टोन का एक भंडार पोटका के बुरुहातू में है, जो 23.809 हेक्टेयर में फैला हुआ है. यह लीज पश्चिमी सिंहभूम के व्यवसायी निखिल कुमार डे के नाम से है. इस सोप स्टोन का उत्खनन मार्च 1988 से चल रहा था, जो दस साल के लिये ही था. इन दिनों यह लीज पेंडिंग है. अब सोप स्टोन का एक नया भंडार मिला है, जो पोटका के पास ही टुआडुंगरी के पास है. जिसे लीज पर लेने के लिये देश-विदेश की कंपनियों अपनी दावेदारी रख रही है. जाहिर है कि इसकी क्वालिटी काफी बेहतर है. मिट्टी की खुदाई या स्टोन की पिसाई करने पर 60 से 80 फीसदी तक सोप स्टोन पाया जाता है, जो देश के अन्य हिस्से में नहीं पाया जाता है.
सोप स्टोन का इस्तेमाल कई सामग्रियों में होता है
इस सोप स्टोन का इस्तेमाल न सिर्फ साबुन-पाउडर के लिये होता है, बल्कि चावल, दाल समेत अन्य खाद्य सामग्रियों में चिकनाई लाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है.
सोप स्टोन का डिमांड काफी अच्छा है. इसकी क्वालिटी को और भी बेहतर किया जा सकता है.
संजीव मंडल, खनन पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम
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