पटना : बिहार के मधुबनी जिला में गत सोमवार को हुए एक बस हादसे के दुर्घटनास्थल पर सेल्फी लेने पर एक कांग्रेस विधायक को कड़ी निंदा झेलनी पडी है. इसमें 23 यात्रियों की मौत हो गयी थी. मधुबनी के बेनीबट्टी विधानसभा क्षेत्र से विधायक भावना झा द्वारा फेसबुक पर डाली गयी अपनी तस्वीरों में उन्हें बेनीबट्टी थाना अंतर्गत बैसठ्ठा चौक के समीप हुए उक्त हादसा जिसमें एक बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पानी भरे एक खड्ड में गिर गयी थी, के दुर्घटनास्थल पर लोगों के साथ सेल्फी लेते हुए दिखाया गया है. भावना ने अपना बचाव करते हुए कहा कि ऐसा कर उन्होंने कोई गलती नहीं की है क्योंकि उक्त हादसे में बचाव कार्य में लगे स्थानीय युवकों द्वारा इसको लेकर उनसे अनुरोध किए जाने पर वे इसके लिए राजी हो गयीं.
कांग्रेस ने किया बचाव
उन्होंने भाजपा पर तुच्छ राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए इसको लेकर विवाद उत्पन्न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय लोगों के पुलिस और प्रशासन को दुर्घटनास्थल जाने से रोके जाने पर वे वहां पहुंची थी और पीड़ित बस यात्रियों के बीच बचाव एवं राहत कार्य चलाने में उनके साथ शामिल हुई थी. ऐसे में पीड़ितों के प्रति हमारी भावनात्मक सेवा की तारीफ करने बजाय विपक्ष सेल्फी के नाम पर उन पर कीचड़ उछाल रहे हैं.
भाजपा ने की आलोचना
भाजपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और बिहार विधान परिषद सदस्य विनोद नारायण झा ने कांग्रेस विधायक भावना झा के दुर्घटनास्थल पर सेल्फी लेने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह मानवीय हादसे के प्रति असंवेदनशीलता की परकाष्ठा है. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे राजनेता के संघर्ष के बजाए पाराशूट के जरिए राजनीति में आए हैं, इसलिए वे मानवीय हादसे को भी पिकनिक के अवसर के तौर पर लेते हैं. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने भी भावना झा द्वारा दुर्घटनास्थल पर सेल्फी लेने की निंदा करते हुए उनसे इसके लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगने को कहा है. वहीं कांग्रेस से मंत्री मदन मोहन झा ने भावना का समर्थन करते हुए कहा कि बस हादसे के समय उनकी पार्टी के विधायक द्वारा की गयी सेवा का जिक्र किए जाने के बजाए फोटो के नाम पर उन्हें बदनाम किया जा रहा है.