दोनों ने नगड़ी थाना में हुए पीएलएफआइ के पूर्व उग्रवादी अर्जुन ठाकुर हत्याकांड में भी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. पुलिस ने दोनों के पास से एक देसी पिस्टल, दो गोली और बादशाह गिरोह का पांच सादे परचे बरामद किया है. पूछताछ में दोनों ने गिरोह में शामिल अन्य सदस्य प्रेम बारला, विजय गोप, रवि महतो, लक्ष्मण और अर्जुन उरांव के बारे जानकारी दी है. जिनके तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है.
यह जानकारी मंगलवार की शाम पांच बजे अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने दी. एसएसपी ने बताया कि अर्जुन ठाकुर की हत्या को लेकर नगड़ी थाना में तीन अगस्त को केस दर्ज हुआ था. हत्या की जिम्मेवारी बादशाह गिरोह के सदस्यों ने लेते हुए एक परचा भी छोड़ा था. हत्याकांड में शामिल गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी मुख्यालय संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. टीम में धुर्वा थाना प्रभारी सुबोध श्रीवास्तव, थाना प्रभारी बेड़ो बिंदेश्वरी दास और थाना प्रभारी नगड़ी अजय कुमार सिंह को शामिल किया गया था. टीम में शामिल सदस्यों ने छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. एसएसपी ने बताया कि अर्जुन ठाकुर से गिरोह के लोगों की दुश्मनी रंगदारी वसूलने के विवाद को लेकर चल रही थी. इसलिए बादशाह गिरोह के सदस्यों ने उसकी हत्या कर दी थी. बादशाह गिरोह का सरगना जितेंद्र महतो कर्रा, इटकी, बेड़ो, धुर्वा सहित अन्य इलाके मेें गिरोह का वर्चस्व स्थापित करना चाहता था. दोनों के खिलाफ पहले से कर्रा थाने में मामला दर्ज है.