स्टार्टअप : ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवाओं को नयी दिशा देते नये उद्यम
स्टार्टअप के इस दौर में स्वास्थ्य क्षेत्र में कुछ नयी कंपनियां अपनी ऑनलाइन सेवाओं के जरिये छोटे कसबे के लोगों को बड़े शहरों के चिकित्सकों से जोड़ने का काम कर रही हैं. आइए जानें तफसील से़
युवा इंजीनियर ध्रुव सूर्यप्रकाशम ने वर्ष 2014 में कोयंबटूर में ‘आइक्लिनिक’ की शुरुआत की थी़ यह स्टार्टअप अपने ऑनलाइन पोर्टल पर मरीजों को डॉक्टरों से ऑनलाइन परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराता है. इस पोर्टल पर फोन के अलावा ऑनलाइन वीडियो के जरिये भी डॉक्टर से चिकित्सा सलाह लिया जा सकता है. ध्रुव कहते हैं, आइक्लिनिक एक टेक्नोलॉजी बेस्ड हेल्थकेयर स्टार्टअप है. यह एक ऐसा आसान ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिस पर डॉक्टर और रोगी दोनों ही अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
वह आगे बताते हैं, शुरुआत में लोगों और डॉक्टर्स को एक मंच पर लाना मुश्किल काम था. हमें लोगों को यह विश्वास दिलाने में वक्त लगा कि हम एक हेल्थकेयर कंपनी हैं और तकनीक के इस्तेमाल से लोगों को चिकित्सा सेवा मुहैया करा सकते हैं.
बात करें कंपनी के कामकाज की, तो इसमें डॉक्टरों को कंपनी की वेबसाइट पर खुद को रजिस्टर करना होता है.
ध्रुव बताते हैं, डॉक्टरों के सत्यापन की प्रक्रिया लंबी होती है, जिसमें हम डॉक्टरों को टेली-स्वास्थ्य जानकार बनने के लिए प्रेरित करते हैं. चूंकि टेली-स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत आपको मरीज का इलाज बिना शारीरिक संपर्क बनाये, यानी मरीज को बिना छुए करना होता है, इसलिए इन डॉक्टरों को उनकी समस्याओं के ठीक समाधान के लिए सही सवाल पूछने के लिए तैयार होना चाहिए. ध्रुव आगे बताते हैं, डॉक्टर के डैशबोर्ड पर सवाल और जवाब प्रदर्शित होते हैं. वहीं, मरीज कॉल-बैक या वीडियो कंसल्टेशन भी बुक कर सकता है. इसके अलावा, मरीज सीधे डॉक्टर से स्वास्थ्य संबंधी सवाल पोस्ट कर सकता है.
कुछ ऐसा ही काम दिल्ली आधारित स्वास्थ्य सेवा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ‘विजिट’ भी कर रहा है. यह लोगों को चिकित्सा विशेषज्ञों और जनरल फिजिशियन के एक समूह की सेवा मुहैया कराता है.
लोग अपने हिसाब से चिकित्सकों का चुनाव कर परामर्श ले सकते हैं. इस स्टार्टअप से जुड़े वैभव सिंह कहते हैं, इस उपक्रम को शुरू करने का एक बुनियादी मकसद कई बीमारियों के साथ जुड़े मिथक और बनी-बनायी सोच को खत्म करना था. हमारी कोशिश है कि लोग अपने घर या किसी निजी स्थान पर बैठे-बैठे अपनी जरूरत के हिसाब से चिकित्सा विशेषज्ञ तक पहुंच सकें. वैभव आगे कहते हैं, हमने पाया कि भारत में बहुत सारे लोग त्वचा संबंधी बीमारियों अथवा मानसिक बीमारियों के बारे में बात करने में सहज महसूस नहीं करते और ऐसे में हमारा प्लेटफॉर्म इसका निदान करने की कोशिश करता है.
‘विजिट’ वीडियो अथवा ऑडियो चैनलों के जरिये ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श मुहैया कराता है. इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के पास लगभग 500 चिकित्सकों का समूह है, जिनमें अलग-अलग बीमारियों के विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं.
आंकड़ों की बात करें, तो ‘आइक्लिनिक’ के मंच के जरिये अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा लोग डॉक्टरी सलाह ले चुके हैं. ध्रुव बताते हैं, फिलहाल ‘आइक्लिनिक’ भारत सहित 160 देशों में ऑनलाइन हेल्थ सर्विस दे रहा है. कंपनी के पास 1200 से ज्यादा डॉक्टरों का पैनल है, जिसमें से लगभग 900 डॉक्टर भारत के और अन्य विदेश के डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं. ध्रुव आगे बताते हैं, हमारी कंपनी का तीन चौथाई राजस्व विदेशों से आ रहा है. वह कहते हैं, फिलहाल हमसे जुड़े 40 प्रतिशत मरीज हमारी सेवाओं के एवज में हमें भुगतान कर रहे हैं. दुनिया के लगभग हर प्रसिद्ध देश के उपभोक्ता हमारी सेवाओं का उपयोग भुगतान करते हुए कर रहे हैं.
ध्रुव के मुताबिक, भारत के अलावा अमेरिका और मध्य पूर्व के देशों के रहने वाले लोग ‘आइक्लीनिक’ की सेवाओं का लाभ उठाने वालों में प्रमुख हैं. ध्रुव के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के राजस्व में लगभग 350 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी. उनका मानना है कि 2016-17 में यह वृद्धि 250 प्रतिशत के आसपास रह सकती है.