श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आर्मी ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर रविवार सुबह करीब 4 बजे आतंकियों ने हमला कर दिया जिसमें 17 जवान शहीद हो गए. प्राप्त जानकारी के अनुसार लाइन ऑफ कंट्रोल के नजदीक उरी सेक्टर में मौजूद आर्मी बेस में एक बैरक में हमलावरों ने आग लगा दी. उरी आतंकी हमलेको लेकर जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा है कि यह बहुत बड़ा षडयंत्र है जिसमें अलगाववादियों, पाकिस्तान और आतंकी शामिल हैं. भारत और जम्मू-कश्मीर के खिलाफ ये लगातार षडयंत्र रच रहे हैं. इस हमले को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा है कि पाकिस्तान बौखला गया है. ईद के मौके पर वे हमला करना चाहते थे लेकिन हमारे सेना के जवानों और राज्य पुलिस ने उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया जिसके बाद उन्होंने उरी को अपना निशाना बनाया.
अहीर ने कहा कि हम इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम पाकिस्तान को जवाब देंगे. अहीर के इस बयान के बाद कांग्रेस नेता मीम अफजल ने कहा कि जब हम जानते हैं कि पड़ोसी मुल्क के साथ हमारे संबंध खराब हैं तो वहां इतनी ढिलाई क्यों बरती गई. अफजल ने कहा कि मेरी संवेदना मारे गए जवानों के साथ है लेकिन सरकार को इस बात पर सोचने की जरुरत है.
इधर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उरी में सेना मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले की निंदा की है. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा है- मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं…. उरी के सेना मुख्यालय में शहीद हुए जवानों को मैं दिल से नमन करता हूं… जाबाज शहीद जवानों के परिवार के प्रति भी मेरी संवेदना है….
Separatists, militants, Pakistan part of a conspiracy against India, to create tension in our areas: Nirmal Singh pic.twitter.com/Z9PhNtSMY1
— ANI (@ANI) September 18, 2016
आपको बता दें कि कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकी इससे पहले भी सेना को निशाना बना चुके हैं. 10 सितंबर को कश्मीर में 3 जगहों पर घुसपैठ की कोशिशें हुई थी. हंदवाड़ा के नौगाम में एलओसी से घुसपैठ कर रहे 4 आतंकियों को सेना ने मार गिराया था. वहीं, घुसपैठ दूसरी कोशिश गुरेज और तीसरी तंगधार में हुई थी. तीनों कोशिशों को सेना ने नाकाम कर दिया था जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था, जबकि एक सब इंस्पेक्टर और दो सिविलियंस जख्मी हो गए थे.
इससे पहले 17 अगस्त को बारामूला जिले में आतंकी हमले में 3 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे, जबकि तीन घायल हो गए. 15 अगस्त को भी श्रीनगर में आतंकी हमला हुआ था जिसमें सीआरपीएफ के कमांडेंट शहीद हो गए थे.