मसौढ़ी : बीते चार दिनों से पुनपुन नदी के कहर से परेशान पुनपुन प्रखंड के लोगों ने नदी के जल स्तर में हो रही कमी से राहत की सांस ली है . लेिकन अभी भी पुनपुन डेंजर लेवल से 236 सेंटी मीटर ऊपर बह रही थी. प्रखंड की लखनपार,लखना व बरावां पंचायत समेत 10 पंचायतों को बाढ़ ने काफी नुकसान पहुंचाया है .अब भी लोग कमर भर पानी में प्रवेश कर आवागमन कर रहे हैं. अलबक्सपुर के लोग अब भी बांध पर अपना आसरा बनाये हुए हैं. सुल्तानचक में तटबंध को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है .सीओ अंजनी कुमार ने बताया कि शनिवार से राहत और बचाव कार्य में तेजी लायी जायेगी. जल स्तर में कमी से थोड़ी राहत मिली है.इधर, एसडीओ आनंद शर्मा ने बताया कि पुनपुन व धनरूआ में बाढ़ की स्थिति अब धीरे- धीरे कम हो रही है .बहुत जल्दी स्थित सामान्य हो जायेगी .
10 पंचायतों को ही बाढ़ग्रस्त मानने पर मुखिया संघ ने जताया एतराज : इधर, पुनपुन प्रखंड की चौदह पंचायतों में से सिर्फ दस को प्रशासनिक तौर सेबाढ़ग्रस्त माना गया है. इस पर प्रखंड के मुखिया संघ ने नाराजगी जतायी है . मुखिया संघ के अध्यक्ष जयप्रकाश पासवान की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर कड़ा एतराज जताया गया . राजद के जिला अध्यक्ष देवमुनी यादव ने धनरूआ प्रखंड के बाढ़ग्रस्त दर्जनों गांवों का दौरा कर पीड़ित परिवारों का हाल- जाना स्थानीय विधायक रेखा देवी , राजद के प्रखंड अध्यक्ष संजय यादव, पूर्व मुखिया उपेंद्र कुमार , उदय सिंह , उत्पल कुमार आदि मौजूद थे .
बाढपीड़ितों का प्रखंड कार्यालय पर हंगामा : इधर, बाढ़ राहत सूची में नाम दर्ज करने में टालमटोल के खिलाफ धनरूआ प्रखंड की धनरूआ पंचायत के बाढ़पीड़ितों ने शुक्रवार को धनरूआ प्रखंड कार्यालय पर जम कर हंगामा किया .मौके पर पहुंची पंचायत की मुखिया संगीता देवी का भी उन्होंने घेराव किया .
बाद में बीडीओ,सीओ व मुखिया द्वारा उन्हें अपने वार्ड में जाकर नाम दर्ज कराने की जानकारी देने पर मामला शांत हुआ .शुक्रवार को धनरूआ पंचायत के बाढ़पीड़ित गांव सदीसोपुर,ओलीपुर ,नदपुरा, रमनीबिगहा आदि के ग्रामीण प्रखंड कार्यालय पहुंचे और बाढ़ राहत सूची में नाम दर्ज कराने को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया. उनका आरोप था कि सूची में नाम दर्ज कराने को लेकर उन्हें कभी प्रखंड कार्यालय तो कभी वार्ड में भेज टालमटोल किया जा रहा है.
पालीगंज. पुनपुन नदी में कटाव का निरीक्षण करने शुक्रवार को केंद्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव पालीगंज पहुंचे़ इस दौरान उन्होंने कटाव का जायजा लिया. उन्होने कहा कि बाढ़ व कटाव पर राज्य सरकार गंभीर नहीं है. सरकार को इसका शीघ्र निदान करे.
फुलवारीशरीफ . गौरीचक थाना के महदीपुर गांव में बाढ़ के पानी से घिरा विरोधी केवट का दो मंजिला मकान गुरुवार की आधी रात ढह गया. मकान ढहने से विरोधी केवट, उसकी पत्नी ,पुत्र एवं बहू समेत सात लोग मकान के मलबे में दब गये. जोरदार आवाज के साथ जगे ग्रामीणों ने अथक प्रयास से मकान के मलबे से एक – एक कर सबको बाहर निकाला.
गंभीर हालत में सभी घायलों को पास में स्थित एक क्लिनिक में उपचार के लिए एडमिट कराया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद तीन लोगों विरोधी केवट,तितरिया देवी और रेखा देवी को चिंताजनक हालत में पीएमसीएच भेजा गया. इस बाबत पुनपुन के सीओ अंजनी कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. पीड़ित परिवार तक हर संभव मदद पहुंचायी जायेगी. जानकारी के अनुसार गौरीचक के महदीपुर निवासी 50 वर्षीय विरोधी केवट का मकान बाढ़ के पानी से दो तरफ से पूरी तरह घिर गया था. पानी के अधिक दबाव के चलते गुरुवार की आधी रात जोरदार आवाज के साथ विरोधी केवट का मकान ढह गया.
विरोधी केवट उस वक्त अपने पूरे परिवार के साथ घर में ही सो रहा था. दो मंजिला मकान के धराशायी होने के बाद उसका पूरा परिवार मलबे में दब गया. मलबे में दबे लोगों में विरोधी केवट , उसकी पत्नी तितरिआ देवी (45), रेखा देवी (25),जीतन केवट (30),कंचन कुमारी(14), फूलन कुमारी(10) और मुस्कान कुमारी (10) शामिल हैं. चीख-पुकार के बीच जगे ग्रामीणों ने किसी तरह सभी लोगों को मकान के मलबे से निकाला .
और बरावां मुखिया के सहयोग से अस्पताल ले गये . ढहने से मकान का आधा से ज्यादा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया है.