इस संबंध में बाल श्रमिक आयोग की अध्यक्ष शांति किंडो ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि अब तक 1368 बालक-बालिकाओं को मुक्त कराया गया है. यह अभियान आयोग के निर्देश पर एटसेक झारखंड चैप्टर व भारतीय किसान संघ द्वारा चलाया गया. उन्होंने बताया कि मुक्त कराये गये 1368 बालक-बालिकाओं में से 1361 काे पुनर्वासित किया गया.
112 का नामांकन आवासीय विद्यालयों में कराया गया. उन्होंने कहा कि इन बच्चाें की शिक्षा बेहतर तरीके से हो, इसका भी ख्याल आयोग रख रहा है. मौके पर संजय मिश्रा व एटसेक झारखंड चैप्टर के कार्यक्रम प्रबंधक प्रमोद कुमार वर्मा भी मौजूद थे.