नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी में चिकुनगुनिया से छह मरीजों की मौत तथा 1000 से अधिक लोगों के इसके चपेट में आने के बाद दिल्ली सरकार से इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. राष्ट्रीय राजधानी समेत देश में डेंगू और चिकुनगुनिया की स्थिति की समीक्षा के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से भी बातचीत की और उन्हें केंद्र से सभी सहायता का आश्वासन दिया. नड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने दिल्ली सरकार से (चिकुनगुनिया मौतों) के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है कि मौत के इन मामलों में इन दोनों बीमारियों की भूमिका और तत्संबंधी ब्योरा क्या है.’
उन्होंने कहा, ‘एक दूसरी राय है कि मौत चिकुनगुनिया की वजह से नहीं होती है और यह मौत की वजह नहीं बनती. लेकिन तब भी हमने दिल्ली सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. जो भी सहायता और सहयोग जरुरी होंगे उपलब्ध कराये जाएंगे.’ दिल्ली और देश के अन्य शहरों में बडी संख्या में लोग चिकुनगुनिया की चपेट में आ रहे हैं तथा पिछले दो दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में कम से कम छह मौतें इस बीमारी से हुई. राष्ट्रीय राजधानी में इसके मामले 1000 को पार कर गए हैं.
नड्डा ने कहा, ‘मैंने इस समीक्षा बैठक से पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से बातचीत की और उनसे पूछा कि क्या उनकी कोई जरुरतें हैं. उन्होंने कहा कि उनके पास सारी सुविधाएं हैं और वे प्रोटोकॉल के हिसाब से काम कर रही हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि यदि उन्हें किसी चीज की जरुरत हों तो वह उन्हें बताएं. उन्होंने आश्वासन दिया कि पर्याप्त दवाएं, बेड और परीक्षण सुविधाएं हैं. मैंने उनसे कहा कि जिन किन्हीं सुविधाओं की जरुरत हो, केंद्र उन्हें देने को तैयार है. हम साथ मिलकर काम करेंगे. हम तालमेल के साथ काम कर इस मुद्दे से निबटना चाहते हैं.’
नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के अनुसार देशभर से 31 अगस्त तक चिकुनगुनिया के 12,255 मामले सामने आए हैं. अकेले कर्नाटक में 8941 मामले सामने आए है. महाराष्ट्र में 839 और आंध्रप्रदेश में 492 लोग इसकी चपेट में आए.