मुंबई: महिलाएं अब अपने घर की चार दिवारों से निकलकर अकेले घूमने का साहस करने लगी हैं. ऐसा तमाम जानकारियों और बुकिंग की सुविधाओं के आसान हो जाने के कारण भी मुमकिन हो पाया है.विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में इस चलन में बढोतरी देखने को मिली है.हॉलीडे आईक्यू के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक हरी नायर ने कहा, ‘‘ भारतीय महिलाओं में अकेले घूमने का प्रचलन पिछले दो साल में बढता जा रहा है, लगभग 35 प्रतिशत से अधिक महिलाओं को अकेले घूमने का विकल्प अधिक सहज लगता है. ‘ उन्होंने बताया कि अधिकतर अकेले यात्रा करने वाली महिलाएं पांच में से एक यात्रा अपने साथी या समूह के साथ करना पसंद करती हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ भारत के अन्य क्षेत्रों की तुलना में अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं में अधिकतर उत्तरी क्षेत्र की महिलाएं हैं. ‘
‘ होटल्स डॉट कॉम के भारत और सीइए के वरिष्ठ विपणन प्रबंधक, अमित अग्रवाल ने बताया कि अकेले यात्रा करने का चलन युवा स्वतंत्र भारतीय महिलाओं में अधिक लोकप्रिय है. उन्होंने कहा, ‘‘ अकेल यात्रा करने वाली महिलाओं की संख्या तमाम जानकारियों और बुकिंग की सुविधाओं के आसान हो जाने के कारण भी अधिक बढी हैं. आमतौर पर सुरक्षा ही चिंता का विषय होता था. हालांकि अधिकतर गंतव्यों पर महिला बसें, महिला ट्रेनें, महिला टैक्सी चालक होने से भी इस समस्या का कुछ हद तक निदान हुआ है. ‘अग्रवाल ने कहा, ‘‘ कई होटलों के अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए अलग से सुविधाएं मुहैया कराने के कारण भी इस आकंडे में बढोतरी आई है. ‘