इस बैठक का मुख्य बिंदु सड़क, जल संरक्षण एवं कचड़ा प्रबंधन था. डीसी ने जिले के 13 तालाबों के जिर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण की भी बात कही. उन्होंने कहा कि यह दो महीने के अंदर शुरू हो जायेगा. प्रथम चरण में 07 तालाब एवं दूसरे चरण में 6 तालाबों का सौंदर्यीकरण एकीकृत रूप से किया जायेगा ताकि जमनाजोर, छत्तीसी होते हुए डढ़वा नदी तक बिना किसी रूकावट के जल प्रवाह होता रहे. उन्होंने कहा कि देवघर शहर में आये दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है जो कि टॉवर चौक मेन रोड से लेकर सत्संग चौक तक और भी भयावह है. इन जाम की स्थिति से बचने के लिए मेन रोड के अलावा साइड रोड का भी विकास करने का कार्य किया जा रहा है.
20 एकड़ जमीन पर कब तक बस टर्मिनल का निर्माण हो जायेगा तथा इसमें क्या-क्या सुविधाएं होंगी और आगामी 2-3 सालों में शहर में क्या-क्या योजनाएं चलेंगी इन सब बातों पर भी चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कई वार्ड पार्षदों के द्वारा सुझाव और फीडबैक भी दिया गया है. उन्होंने कहा कि विश्व बैंक के द्वारा इन योजनाओं पर खर्च करने के लिए जिला को तीन वर्ष के अंदर कुल 890 करोड़ रूपये का फंडिंग होगा. जिससे ये सारी योजनाएं धरातल पर उतरेगी.