मरीजों को बाहर जाकर करानी पड़ रही जांच
अस्पताल प्रशासन की उदासीनता से मरीज हो रहे परेशान
डेहरी (सदर) : अनुमंडल अस्पताल की दिनों दिन हालत बद से बदतर होती जा रही है. अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीज पहले से ही दवाअों की कमी से जूझ रहे थे अब नयी मुसीबत खड़ी हो गयी है़
अस्पताल का अल्ट्रासाउंड केंद्र लगभग एक माह से बंद है़ इसके कारण अल्ट्रासाउंड कराने के लिए अस्पताल के बाहर जाना पड़ रहा है़ पहले ओपीडी में प्रतिदिन दो सौ से ढाई के बीच मरीज आते थे. वहीं अल्ट्रासाउंड मशीन बंद रहने से एक सप्ताह के अंदर दो सौ का आंकड़ा भी नहीं पार कर पा रहा है. अस्पताल प्रशासन की अनदेखी से मरीज परेशान है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अल्ट्रासाउंड के लिए डॉक्टर नहीं है़ इसके चलते यह बंद हो गया है़
मरीजों को लाभ नहीं
अस्पताल में लगभग एक माह से अल्ट्रासाउंड का कार्य बंद रहने से मरीज को सरकारी अस्पताल का सुविधा नहीं मिल रहा है. सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं व पेट से संबंधित बीमारी वाले मरीजों को परेशानी हो रही है. अस्पताल में अल्ट्रासाउंड का कार्य बंद होने से मरीजों को इलाज के बाद प्राइवेट अल्ट्रासांड संस्थानों में सहारा लेना पड़ रहा है.
भटक रहे मरीज
अनुमंडल अस्पताल के ओपीडी में मरीज इलाज के अल्ट्रासाउंड कराने के लिये भटक रहे हैं. सबसे ज्यादा गरीब तबके के मरीजों को इस की मार झेलनी पड़ती है. डॉक्टरों की मानें, तो गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड करना जरूरी होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे की स्थिति का पता चल पाता है.
अनुमंडल अस्पताल में डिलियां से आयी इंदु कुमारी जो चार दिनों से पेशाब नहीं होने के कारण परेशान थी. उसने बताया कि डॉक्टर से तो दिखाया गया. लेकिन, अल्ट्रासाउंड मशीन बंद रहने के कारण बाहर से कराना पड़ रहा है. अस्पताल रहने का कोई खास फायदा नहीं मिल पा रहा है. दुर्गापुरा गांव से डिलिवरी के लिए आयी रीना देवी ने कहा कि अल्ट्रासाउंड मशीन बंद रहने के कारण सुविधा उपलब्ध नहीं है़ अस्पताल में इस तरह आये दिन कुछ न कुछ कमी रहती है. इस पर अस्पताल प्रशासन को ध्यान देना चाहिए.