इस्लामाबाद : भारत और पाकिस्तान के बीच जारी वाकयुद्ध को बढाते हुए पाकिस्तानी सेना प्रमुख राहिल शरीफ ने कश्मीर घाटी में लोगों पर गोलियां बरसाने का राग अलापा और ‘दुश्मनों की परोक्ष एवं प्रत्यक्ष साजिशों’ की बात कर का भारत का परोक्ष रुप से जिक्र किया. कश्मीर को पाकिस्तान की ‘जीवन रेखा’ करार देते हुए उन्होंने ने कहा कि कश्मीर मुद्दे का सच्चा हल घाटी के लोगों पर गोलियां बरसाना नहीं है बल्कि उनकी आवाज पर ध्यान देना एवं उनकी आकांक्षाओं का सम्मान करना है.
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कश्मीर पाकिस्तान की जीवन रेखा : पाक सेना प्रमुख
इस्लामाबाद : भारत और पाकिस्तान के बीच जारी वाकयुद्ध को बढाते हुए पाकिस्तानी सेना प्रमुख राहिल शरीफ ने कश्मीर घाटी में लोगों पर गोलियां बरसाने का राग अलापा और ‘दुश्मनों की परोक्ष एवं प्रत्यक्ष साजिशों’ की बात कर का भारत का परोक्ष रुप से जिक्र किया. कश्मीर को पाकिस्तान की ‘जीवन रेखा’ करार देते हुए […]
उन्होंने कल रावलपिंडी में ‘रक्षा दिवस’ के मौके पर एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘कश्मीरी मुद्दा संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों को लागू करके ही हल किया जा सकता है.’ राहिल ने कहा कि कश्मीर पाकिस्तान की जीवन रेखा है और ‘हम स्वतंत्रता आंदोलन का सभी स्तरों पर राजनयिक एवं नैतिक समर्थन जारी रखेंगे. ‘ कश्मीर में आत्मनिर्णय की मांग का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि घाटी के दमित लोग अपने उचित अधिकारों की मांग करने पर एक बार फिर ‘राज्य प्रायोजित आतंकवाद के सबसे बुरे स्वरुप’ और ‘दमन’ के दौर से गुजर रहे हैं.
भारत का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने दुश्मनों की सभी प्रत्यक्ष और परोक्ष चालों एवं मंसूबों से वाकिफ हैं. चुनौती चाहे सैन्य हो या राजनयिक, खतरा सीमा पर हो या शहरों के अंदर, हम अपने दोस्तों और दुश्मनों दोनों को अच्छी तरह जानते हैं. हमें अच्छी तरह मालूम है कि कैसे दोस्तों से संबन्ध निभाना है और कैसे दुश्मनों से बदला लेना है. ‘
राहिल ने कहा कि पाकिस्तानी सशस्त्र बल पारंपरिक और गैर पारंपरिक युद्ध में तथा किसी भी अंदरुनी एवं बाहरी खतरों से पाकिस्तान की रक्षा करने में पूरी तरह समर्थ है. उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान की रक्षा अतीत में मजबूत रही है और अब यह अभेद्य है.’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान समानता और परस्पर सम्मान के आधार पर सभी पडोसी देशों के साथ मधुर संबंध चाहता है. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय शांति की कुंजी शक्ति का संतुलन है.
राहिल ने कहा कि चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) दोनों देशों के लिए परस्पर सम्मान का प्रतीक है जो न केवल पाकिस्तान में बल्कि पूरे क्षेत्र में तरक्की सुनिश्चित करेगा. उन्होंने कहा कि सीपीईसी की सुरक्षा और समय से उसका पूरा होना राष्ट्रीय कर्तव्य है और किसी भी ताकत को उसमें बाधा नहीं डालने दिया जाएगा.
सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में शांति के लिए अपनी भूमिका निभाता आ रहा है क्योंकि शांतिपूर्ण अफगानिस्तान पाकिस्तान के हित है. अफगानिस्तान के साथ प्रभावी सीमा प्रबंधन पाकिस्तान की प्राथमिकता है जो स्थायी शांति के लक्ष्य को हासिल करने में मदद पहुंचाएगी.
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ अवसरवादी तत्व अविश्वास का माहौल पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन वे कामयाब नहीं होंगे।’ पाकिस्तान में आतंकवाद का जिक्र करते हुए राहिल ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ 19,000 से अधिक सैन्य अभियान चलाये गये हैं और पूरे देश में राष्ट्र का शासन स्थापित किया गया है संघीय मंत्री, सांसद और तीनों सेवाओं के प्रमुख, राजदूत और अन्य गणमान्य हस्तियां इस रक्षा दिवस समारोह में मौजूद थे जो भारत के साथ 1965 की लडाई की याद में पाकिस्तान में मनाया जाता है.
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