बक्सर : छात्रवृत्ति घोटाले मामले में शामिल अधिकारी और फर्जी प्रधानाध्यापकों पर जिला प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है़ छात्रवृत्ति घोटाले में फरार चल रहे 19 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है़ जाहिर सी बात है कि इनकी परेशानी बढ़ गयी है़
इस मामले में कल्याण पदाधिकारी राकेश कुमार त्रिपाठी और मास्टर माइंड किशोरी उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक रवि प्रकाश सिंह को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है़ जानकारी के अनुसार छात्रवृत्ति घोटाला वर्ष 2015 में एक्सिस बैंक से जाली एडवाइस स्लिप के तहत करोड़ों रुपये की निकासी पर हुआ था. जब बैंक के प्रबंधक को इसकी भनक मिली, तो वह कल्याण पदाधिकारी को इसकी सूचना दी,
तब कल्याण पदाधिकारी ने मामले की जांच की, तो पता चला कि एडवाइस स्लिप इनके कार्यालय का ही है, लेकिन उनके द्वारा स्लिप निर्गत नहीं किया गया है़ कल्याण पदाधिकारी ने इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दी. वरीय अधिकारियों की एक जांच टीम बनायी गयी. जब मामले की जांच की गयी, तो पता चला कि एनजीओ और आठ फर्जी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों द्वारा यह निकासी की गयी है़
जांच के दौरान यह भी पता चला कि तत्कालीन प्रधान लिपिक अवधेश कुमार सिंह के द्वारा एडवाइस स्लिप जारी की गयी है़ तब एडीएम अनाउल हक सिद्दकी के आदेश पर अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी नंद किशोर प्रसाद ने 30 मई, 2016 को कुल बीस लोगों के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. वहीं डीएम के आदेश के बाद एसडीओ गौतम कुमार ने कल्याण पदाधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. पुलिस ने कल्याण पदाधिकारी राकेश त्रिपाठी को डुमरांव से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है़