पणजी : गोवा के आरएसएस प्रमुख पद से हटाये गये सुभाष वेलिंगकर ने खुद की बरखास्तगी के पीछे रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर का हाथ बताया है. पर्रिकर रक्षामंत्री बनने से पहले गोवा के मुख्यमंत्री थी और भारतीय भाषा सुरक्षा मंच नामक संगठन के भी प्रमुख रहे सुभाष वेलिंगकर से उनके विभिन्न मुद्दों पर मतभेद थे. वेलिंगकर ने एक बार कहा था कि भाजपा कार्यकर्ता मनोहर पर्रिकर के उस आदेश को नहीं मानें कि वे भारतीय भाषा सुरक्षा मंच की बैठक में शामिल नहीं हों. दरअसल, वेलिंगकर इस बात के लिए राज्य सरकार की यह कह कर आलोचना करते रहे हैं कि वह मराठी व कोंकणी की जगह अंगरेजी भाषा को पाठ्यक्रम में तरजीह दे रहे हैं.
वेलिंगकर को हटाये जाने के बाद उनके करीब 400 समर्थक आरएसएस कार्यकर्ताओं ने संघ से बगावत करते हुए अलग संगठन बना लिया. हाल ही में वेलिंगकर ने धमकी दी थी कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानेगी तो उनके कार्यकर्ता अगले चुनाव में भाजपा के खिलाफ काम करेगी. उनके समर्थकों ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को गोवा दौरे के दौरान काले झंडे भी दिखाये थे.
हाल में ऐसे संकेत मिले कि वेलिंगकर अगले साल होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में अपने लोगों को किसी नयी पार्टी या संगठन के बैनर के तले चुनाव मैदान में भी उतार सकते हैं. इसके बाद आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने उन्हें सभी दायित्वों से हटाने की मांग की.