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पीएमसीएच में ऑपरेशन के दौरान गयी बिजली, एक घंटा खुला रहा महिला का पेट

पीएमसीएच. टॉर्च की रोशनी में की गयी सर्जरी ओटी नंबर एक और दो में बिजली गुल, नौ ऑपरेशन टले पटना : पीएमसीएच अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का बड़ा मामला सामने आया है. अस्पताल के ओटी नंबर एक और दो में बिजली कट जाने के चलते दो मरीजों का ऑपरेशन एक घंटे तक […]

पीएमसीएच. टॉर्च की रोशनी में की गयी सर्जरी

ओटी नंबर एक और दो में बिजली गुल, नौ ऑपरेशन टले

पटना : पीएमसीएच अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का बड़ा मामला सामने आया है. अस्पताल के ओटी नंबर एक और दो में बिजली कट जाने के चलते दो मरीजों का ऑपरेशन एक घंटे तक लटका रह गया. इस दौरान डॉक्टर लाइन आने का इंतजार करते रहे. बड़ी बात तोयह है कि वाकया उस दौरान हुआ, जब महिला मरीज का सर्जरी के दौरान पेट खोल दिया गया था. हालांकि मरीज के पेट से हो रही ब्लीडिंग देख कर कई सीनियर डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में पहुंच गये और बिजली आने तक ब्लड रोकने का इंतजाम करते रहे. अंत में टॉर्च की रोशनी में ही ऑपरेशन हुआ. वहीं दूसरी महिला भी इस दौरान बेहोश रही. एनेस्थेसिया विभाग में भी मरीजों को परेशानी हुई. बिजली गुल की वजह से नौ अॉपरेशन टल गये. जेनेरेटर रहने के बाद भी उसे नहीं चलाया गया. वहीं अधीक्षक ने कहा कि जेनेरेटर क्यों नहीं चला, इसकी जांच करायेंगे.
पेट खुला, महिला बेहोश
जानकारी के अनुसार छपरा की रहनेवाली सुमिता देवी (35) का पेशाब के रास्ते में स्टोन का ऑपरेशन गुरुवार को होना था. महिला को ओटी नंबर एक में लाया गया. सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने पेट खोला.
जैसे ही सर्जरी शुरू हुई, बिजली गुल हो गयी. इससे डॉक्टरों ने सर्जरी रोक दी. करीब एक घंटे तक पेट खुला रहा. इससे ब्लड तेजी से निकलने लगा. डॉक्टरों को मरीज की चिंता सता रही थी. वहीं जब बिजली नहीं आयी, तो डॉक्टर ने टाॅर्च की रोशनी में ऑपरेशन किया. दूसरी ओर ओटी नंबर दो में भरती कामनी देवी का ब्रेस्ट में थैरेडोमा की सर्जरी की जा रही थी. इलाज के अभाव में महिला सर्जरी ओटी में करीब आधे घंटे बेहोश रही.

40 मिनट तक दो मरीज बेहोश
ऑपरेशन से पहले दो मरीजों को एनेस्थेसिया विभाग में बेहोश कर दिया गया. उधर जब पता चला कि बिजली गुल है और सर्जरी बंद है, तो बेहोश हुए मरीज के परिजनों ने इसका विरोध किया. सर्जरी बंद होने से बाकी के मरीजों का एेनेस्थेसिया देना बंद कर दिया गया. उधर, बिजली गुल और सर्जरी बंद होने के चलते नौ मरीजों का ऑपरेशन नहीं हो सका. इन मरीजों का ऑपरेशन अगले दिन के लिए टाल दिया गया है. इससे मरीजों को परेशानी हुई. अब इन मरीजों का शुक्रवार को ऑपरेशन होगा.

परिजन बोले : लापरवाही
ऑपरेशन नहीं होने से गुस्सा ये परिजनों ने ओटी के सामने काफी हंगामा किया. अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारा लगाया. इतना ही नहीं दर्जनों की संख्या में मरीज के परिजन अधीक्षक चेंबर पहुंचे और व्यवस्था के खिलाफ लापरवाही
की बात कही. हालांकि बाद में डॉक्टरों, कर्मचारी और सुरक्षा गार्डों ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया. इस मामले पर अधीक्षक कार्रवाई करने की बात बोली, साथ ही मरीजों के हित में सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन दिया.

क्या कहते हैं अधीक्षक
फीडर में तकनीकी खराबी से बिजली कट गयी थी. जैसे ही मुझे पता चला कि बिजली नहीं है और मरीज को परेशानी हो रही, तो मैं तुरंत इंजीनियर को भेजा. इसके बाद बिजली आयी. पूरे ओटी में नया जेनेरेटर और नयी वायरिंग हुई है. लेकिन जेनेरेटर क्यों नहीं चला, इस पर जांच कराता हूं. डॉ लखींद्र प्रसाद, अधीक्षक पीएमसीएच

भरती में देरी, प्रसूता की मौत, हंगामा

पटना : पीएमसीएच में एक प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने स्त्री एवं प्रसूति वार्ड के सामने काफी हंगामा किया. परिजनों ने प्रसूता को भरती में देरी करने का आरोप लगाया गया. दरअसल पटना के जोगापुर निवासी बबलू कुमार (25) की पत्नी रूबी देवी (25) की मौत हो गयी.
मौत के बाद परिजनों ने स्त्री एवं प्रसूति वार्ड के सामने जम कर हंगामा किया. सामने टीओपी की पुलिस आयी, तब जाकर मामला शांत हुआ. पीएमसीएच प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बबूल ने बताया कि पांच माह से गर्भवती रूबी का इलाज मसौढ़ी अस्पताल में चल रहा था.
अस्पताल में रूटीन चेकअप के बाद जैसे ही घर ले जाया गया उस दौरान प्रसव पीड़ा होने लगी और बच्चा पेट से बाहर आ गया. इसके बाद महिला की हालत गंभीर हो गयी, आनन-फानन में परिजनों ने पीएमसीएच लाया. बबूल के चाचा अनिल कुमार ने कहा कि जिस दौरान प्रसूता की हालत गंभीर थी, उस दौरान डॉक्टर इलाज करने के बजाय परची कटाने की बात कही. इतना ही नहीं, जब परची काटने परिजनों ने काउंटर पर गये, तो वहां बिजली गुल की बात कह कर्मचारी ने परची नहीं काटी.
करीब आधे घंटे तक महिला गेट पर पड़ी रही. वहीं जैसे ही बिजली आयी और परची कटने के बाद डॉक्टर के पास मरीज गयी उस दौरान मौत हो चुकी थी. वहीं अनिल का कहना था कि अगर महिला को तुरंत भरती लिया जाता और ऑक्सीजन लगायी जाती, तो शायद मौत टल सकती थी. इस मामले में वार्ड के जिम्मेदार डॉक्टरों ने बताया कि महिला की हालत पहले से ही काफी गंभीर थी.
प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीज को एडमिट नहीं कराया, तो दलालों ने पीएमसीएच कैंपस में चालक को पीटा
पटना. पीएमसीएच परिसर में दलालों का कब्जा है. इन दलालों ने गुरुवार को सहरसा से मरीज को लेकर आये चालक छोटे लाल शर्मा की पीएमसीएच परिसर में ही लात-मुक्कों व बेल्ट से सरेआम जम कर पिटाई कर दी. वहां पीएमसीएच के गार्ड भी मौजूद थे, लेकिन वे मूकदर्शक बने रहे. दलालों ने छोटे लाल के तीन हजार रुपये भी छीन लिये. छोटे लाल शर्मा को दलालों ने इसलिए पीटा, क्योंकि उसने उनलोगों के कहने पर मरीज को प्राइवेट अस्पताल में एडमिट नहीं कराया. इस संबंध में छोटे लाल ने एसएसपी मनु महाराज को जानकारी दी.
इसके बाद एसएसपी के निर्देश पर पीरबहोर थाने में मामला दर्ज कर पीएमसीएच में लगे सीसीटीवी कैमरे के वीडियो फुटेज को खंगाला जा रहा है. सहरसा के धरधरी स्थित सारे बाजार इलाके की रहने वाली जांडिस से पीड़ित 28 वर्षीया सुनीता देवी को उनके पति सुभाष यादव व कंपाउंडर अखिलेश के साथ एंबुलेंस चालक छोटे लाल गुरुवार की सुबह पीएमसीएच पहुंचा था. वहां मेन गेट पर ही कुछ लोगों ने एंबुलेंस को रोका और छोटे लाल शर्मा को बताया कि वह इलाके का बॉस है, तुरंत ही मरीज को उसके बताये गये प्राइवेट अस्पताल में भरती कराओ. छोटे लाल शर्मा ने इनकार कर दिया, तो मरीज के रहते हुए उसे लप्पड़-थप्पड़ कर दिया.

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