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एक चिनगारी शहर को कर सकती है तबाह

गोपालगंज : महज एक चिनगारी शहर को तबाह कर सकती है. कभी भी अग्निकांड की एक बड़ा घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. शहर के अति व्यस्ततम चौक डाकघर की बगल में उत्पाद विभाग का गोदाम है, जहां घनी आबादी के साथ गोदाम के आगे दोनों तरफ दुकानें हैं, जिसमें करोड़ों का […]

गोपालगंज : महज एक चिनगारी शहर को तबाह कर सकती है. कभी भी अग्निकांड की एक बड़ा घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. शहर के अति व्यस्ततम चौक डाकघर की बगल में उत्पाद विभाग का गोदाम है, जहां घनी आबादी के साथ गोदाम के आगे दोनों तरफ दुकानें हैं, जिसमें करोड़ों का माल भरा हुआ है. दुकानों में हर वक्त सैकड़ों की संख्या में लोग खरीदारी करने आते हैं. उत्पाद विभाग के गोदाम में 80 हजार लीटर से अधिक स्पिरिट तथा 20 हजार लीटर से अधिक विदेशी और अन्य शराब जब्त कर के रखी गयी है.

गोदाम के आगे-पीछे बिजली के तार गुजरे हुए हैं. कभी भी शॉर्ट सर्किट से तबाही मच सकती है. इसके प्रति अब तक उत्पाद विभाग की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है.

उत्पाद विभाग के गोदाम के पास स्टेट बैंक और एक्सिस बैंक की एटीएम है, जो 18 घंटे सेवा देती है. यहां गोदाम में अगर आग लग गयी, तो स्वाभाविक रूप से 50 से 80 लाख रुपये बैंक का भी नुकसान होने से रोका नहीं जा सकता है.
एक्सपर्ट व्यू
शहर की घनी आबादी के बीच कोई भी ज्वलनशील पदार्थ नहीं रखा जा सकता है. चाहे वह पेट्रोल पंप हो या रसोई गैस का गोदाम या स्पिरिट या शराब गोदाम. वरीय अधिवक्ता तथा जिला विधिज्ञ संज्ञ के पूर्व अध्यक्ष राजेद्र मिश्र ने बताया कि प्रशासन की जवाबदेही है कि तत्काल प्रभाव से घनी आबादी के बीच से शराब गोदाम को बाहर कराया जाये. आबादी के बीच इस तरह की ज्वलनशील सामग्री रखना कानूनन अपराध है.
प्रधान सचिव से अपील
शहर के बीच से उत्पाद विभाग के गोदाम को शहर से बाहर करने के लिए अधिवक्ता कुमार हर्षवर्धन समेत दर्जनों लोगों ने प्रधान सचिव केके पाठक को आवेदन भेज कर तत्काल पहल करने की अपील की है.
राख होने से बच चुका है गोदाम
उत्पाद विभाग के इस गोदाम में बिजली के शाॅर्ट सर्किट से 27 जुलाई, 2014 को आग लग गयी थी. महज संयोग था कि आसपास के लोग और उत्पाद विभाग के कुछ जवानों ने अपनी जान पर खेल कर आग पर काबू पा लिया, अन्यथा शहर को तबाह होने से रोकना मुश्किल था. उसके बाद मामले को गंभीरता से लेकर यहां से गोदाम को चैनपट्टी एनएच-28 के किनारे ले जाया गया, लेकिन पूर्ण शराबबंदी के बाद फिर से इस गोदाम में स्टॉक रखा जाने लगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
गोदाम के लिए दूसरी जगह फिलहाल उपलब्ध नहीं है. इसके कारण डाकघर चौक पर बरामद माल को स्टॉक रखना पड़ता है. शहर से बाहर स्थान का चयन कर लिया गया है, जल्द ही शिफ्ट कर दिया जायेगा.
प्रियरंजन, उत्पाद अधीक्षक, गोपालगंज

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