प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष डॉ एचएस पांडेय, सचिव हरेंद्र सिन्हा, प्रबंधन समिति की सदस्य वीना श्रीवास्तव, शिवेंद्र दुबे व उदय साहू भी शामिल थे. डॉ पांडेय ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि कुलपति की बैठक में संस्था की तरफ से झारखंड के पुरातत्व पर एक पावर प्रजेंटेशन का भी प्रदर्शन किया जाये.
प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से बताया कि पुरातात्विक सामग्रियां बिहार के विभिन्न संग्रहालयों में पड़ी हैं, अौर रांची का संग्रहालय खाली पड़ा है. राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि इस मामले में उच्च स्तर पर देखा जायेगा. हरेंद्र सिंह ने झारखंड के राजभवन में भी तहखाना की बात कही, इसमें बिरसा मुंडा के अंतिम दिनों से संबंधित दस्तावेज होने की संभावना है. राज्यपाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए इस दिखवा लेने की बात कही.