कोयंबटूर : यहां 21 वर्षीय एक सिविल इंजीनियर को एक दुर्घटना के बाद दिमागी तौर पर मृत (ब्रेन डेड) घोषित किये जाने के बाद उसके परिवार ने उसके महत्वपूर्ण अंगों को दान कर दिया जिससे छह लोगों को नया जीवन मिला. परिवार के सूत्रों ने बताया कि तिरपुर जिले के धारापुरम का निवासी, युवराज मार्च में एक दुर्घटना का शिकार हो गया था और उसका इलाज चल रहा था. अस्पताल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉक्टर चेजियन ने एक विज्ञप्ति में बताया कि उसे 26 अगस्त को यहां श्री रामकृष्ण अस्पताल लाया गया था लेकिन उस पर इलाज का कोई असर नहीं हो रहा था. उसे कल शाम को दिमागी तौर पर मृत (ब्रेन डेड) घोषित कर दिया गया.
चिकित्सकों की एक टीम ने उसके दिल, लीवर, दोनों किडनी और दोनों कॉर्निया को आज सुबह निकाला. विज्ञप्ति में बताया गया कि एक किडनी को रामकृष्ण अस्पताल में एक रोगी में और दूसरी किडनी को केजी अस्पताल के एक रोगी में प्रतिरोपित किया गया. कॉर्निया को संकरा आई अस्पताल, लीवर को पीजीएस अस्पताल और दिल को जीकेएनएम अस्पताल में भेजा गया और रोगियों में प्रतिरोपित किया गया.