छपरा : बिहारके छपरा में वेतन न मिलने से नाराज शिक्षकों ने घंटों डीइओ अवधेश बिहारी, डीपीओ स्थापना दिलीप सिंह, कार्यक्रम पदाधिकारी राजेंद्र सिंह को कार्यालय में ताला जड़ कर बंधक बना लिया और नारेबाजी की. अधिकारी डीआरडीए सभागार में प्रधानाध्यापकों की बैठक संपन्न कर लौटे ही थे कि शिक्षकों ने उनके कार्यालय में घुसते ही ग्रिल बंद कर ताला जड़ दिया. अधिकारियों का समझाने-बुझाने का तमाम प्रयास विफल रहा और अधिकारी करीब तीन घंटे से भी ज्यादा बंद रहे.
गौरतलब हो कि सारण में दो-दो डीइओ के एक साथ काम करने, गुटबाजी और वर्चस्व की लड़ाई में जहां काम काज पूरी तरह ठप हो चुका है तो वहीं विभाग तमाम पत्राचार और पुरी वस्तु स्थिति जानने के बावजूद मौन साधे हुए है. एक तरफ सूबे के मुखिया नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी बार-बार शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर तमाम आदेश जारी कर रहे है. कहा जा रहा है कि किसी भी स्थिति में शिक्षकों का वेतन भुगतान में विलंब न हो बावजूद इसके दो डीइओ के विवाद में सारण में शिक्षकों को चार माह का वेतन नहीं मिला.
पिछले दिनों ट्रेजरी से पास होकर बिल बैंक पहुंचा तो प्रभारी डीइओ अवधेश बिहारी के हस्ताक्षर युक्त बिल पर सवाल खड़ा करते हुए बैंक ने भुगतान रोक दिया, काफी हस्तक्षेप के बाद किसी तरह एक माह का वेतन भुगतान हुआ. जिसे आज बैंक ने डीइओ के बाबत विभागीय स्पष्ट निर्देश न आने तक भुगतान को रोक दिया गया. जिला परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी समरेश बहादुर सिंह ने बताया कि 16 हजार प्रारंभिक विद्यालयों के नियोजित शिक्षकों का वेतन बैंक में राशि होने और वेतन विपत्र उपलब्ध होने क बावजूद दो-दो जिला शिक्षा पदाधिकारियों के आपसी विवाद और बैंक के मनमानी के चलते नहीं हो पा रहा है.
पिछले 15 दिनों से शिक्षक डीइओ व डीएम के कार्यालय का चक्कर लगा रहे है. लेकिन आज तक कोई कार्रवाई वेतन भुगतान से संबंधित नहीं हुई. जबकि वेतन के अभाव में शिक्षकों के समक्ष तमाम परेशानियां उतप्न्न गयी है. वहीं बंधक बनाये गये प्रभारी डीइओ ने कहा कि शिक्षकों की मांग न्यायोचित है. बैंक ने मेरे हस्ताक्षर पर एक महीने का वेतन रिलीज करने का काम किया था जिसे बंद कर दिया गया. एसबीआइ के मुख्य शाखा डीइओ के संबंध में विभाग का स्पष्ट निर्देश मांग रहा है. डीएम के स्तर से मुख्यालय से वार्ता की जा रही है.