रोजाना चार लाख का नुकसान
पुल के बह जाने से किसानों को रोजाना करीब चार लाख रुपये का नुकसान हो रहा है. कृषक कार्तिक प्रसाद, मुरारी महतो, सुरेश प्रसाद के अनुसार कड़तरी, मिर्जापुर,चोरका, पड़रिया, खैरातरी से हर दिन किसान सब्जी मंडी तक करीब 200 क्विंटल सब्जी लेकर बेचने जाते हैं, लेकिन पुल के टूट जाने से उन्हें नुकसान हो रहा है.
रोजमर्रा की जरूरत के लिए जद्दोजहद
बड़कागांव के कांडतरी पुल के बह जाने से बड़कागांव के दर्जनों गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है. स्थिति यह है कि ग्रामीण नदी पार कर जहां रोजमर्रा की जिंदगी की जरूरत पूरा करने जाते हैं, वहां बच्चे नदी पार कर स्कूल व कॉलेज जा रहे हैं. विद्यार्थी कंधे पर साइकिल उठा कर रोज नदी पार कर रहे हैं.
मंत्री व डीसी कर चुके हैं निरीक्षण
पुल का निरीक्षण केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत सिन्हा व डीसी कर चुके हैं. वहीं विधायक निर्मला देवी, जिप अध्यक्ष सुशीला देवी, प्रशिक्षु आइएएस रामनिवास यादव, डीडीसी राजेश पाठक, समाजसेवी रामलखन साव ने निरीक्षण किया.
वैकल्पिक व्यवस्था अब तक नहीं
टूटे हुए पुल के लिये वैकल्पिक व्यवस्था करने की घोषणा की गयी थी. डीसी ने 24 अगस्त से मरम्मति के लिए काम चालू कराने का अश्वासन दिया था. यह पुल 2004 में करोड़ों की लागत से बना था. 12 वर्ष में ही यह पुल टूट गया.