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बंगाल : अस्पताल में आग, नवजात शिशु समेत 3 की मौत, 18 अन्य घायल
मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को आग लगने से एक नवजात शिशु समेत तीन लोगों की मौत हो गयी और 18 अन्य घायल हो गये. अस्पताल में आग लगने से पूरी तरह अफरातफरी फैल गयी. आग मेडिसिन विभाग में लगी और शिशु वार्ड को भी चपेट में ले लिया. परिजनों और स्थानीय लोगों ने […]
मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को आग लगने से एक नवजात शिशु समेत तीन लोगों की मौत हो गयी और 18 अन्य घायल हो गये. अस्पताल में आग लगने से पूरी तरह अफरातफरी फैल गयी. आग मेडिसिन विभाग में लगी और शिशु वार्ड को भी चपेट में ले लिया. परिजनों और स्थानीय लोगों ने बड़ी मुश्किल से मरीजों को बाहर निकाला. आग पर काबू पा लिया गया है. राज्य सरकार ने घटना की सीआइडी जांच के आदेश िदये हैं. मृतकों के परिजनों के िलए दो-दो लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की गयी है.
मुर्शिदाबाद/कोलकाता. मुर्शिदाबाद जिले के बहरमपुर स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को दिन में 11.50 बजे के करीब भयावह आग लगने से एक नवजात शिशु, एक नर्सिंग सहायक (आया) और एक मरीज की महिला रिश्तेदार की मौत हो गयी, जबकि 18 लोग घायल हो गये. शिशु की मौत आग से ही हुई है, इसे लेकर अभी संशय बना हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, सुबह 11.50 बजे अस्पताल की दूसरी मंजिल पर मेडिसिन विभाग में आग लगने से अफरातफरी फैल गयी. देखते ही देखते आग, शिशु और एमआरआइ विभाग में फैल गयी. दहशत में आये रोगी खिड़की तोड़कर नीचे छलांग लगाने लगे. भारी अफरातफरी में मरीज स्लाइन की बोतल हाथों में लेकर भागने लगे. स्थानीय लोग बचाव में जुट गये. इमरजंेसी गेट पर ताला लगा था, जिसे तोड़ दिया गया. महिलाओं और नवजात शिशुओं को बाहर ले जाया गया. अस्पताल के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी सुभाशीष साहा ने बताया कि आग से दो महिलाओं की मौत हुई है.
एक नर्सिंग सहायक थीं. जानकारी के मुताबिक, धुएं की वजह से उनकी मौत हुई है. एक नवजात शिशु की भी मौत हुई है, लेकिन उसकी मौत के पीछे आग ही वजह थी, यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता. धुएं की वजह से 18 अन्य लोग बीमार हो गये हैं. श्री साहा ने कहा कि दहशत की वजह से स्थिति ज्यादा गंभीर हो गयी. आग को नियंत्रित कर लिया गया है. अस्पताल के अधीक्षक और वाइस प्रिंसिपल सुहृत पाल ने बताया कि एसी मशीन से आग फैली. अस्पताल में अग्निशमन यंत्र तथा अन्य उपकरण हैं. यह जांच का विषय है कि बावजूद इसके आग कैसे फैल गयी. अस्पताल में हर वक्त करीब 200 मरीज और उनके रिश्तेदार मौजूद रहते हैं. आग उस वक्त लगी जब मरीजों के परिजनों का मिलने का समय समाप्त होने वाला था. वार्ड में भीड़ भी अधिक थी. आग के साथ-साथ गहरे धुएं की वजह से लोगों में आतंक फैल गया.
स्वास्थ्य सेवा निदेशक बिश्वरंजन सत्पति ने कोलकाता में बताया कि अस्पताल में पूर्वाह्न 11:50 बजे आग लग जाने के बाद मची भगदड़ में दो महिलाओं एक नर्सिंग सहायक और एक मरीज की रिश्तेदार की मौत हो गयी. अस्पताल के मुख्य मेडिकल वार्ड में खाली पड़े एक वीआइपी केबिन में एसी मशीन में आग लग गयी. उन्होंने कहा: सभी ने आग से बचने के लिए भागने की कोशिश की जिसके बाद मची भगदड़ में उन दोनों की मौत हो गयी. उन्होंने कहा: निकट के वार्डों से रोगियों को और बाल रोग विभाग से बच्चों को तत्काल बाहर निकाला गया और उन सभी को नवनिर्मित माता शिशु केंद्र ले जाया गया. जो लोग मामूली जख्मी थे उन्हें प्रारंभिक उपचार के बाद तुरंत छुट्टी दे दी गयी. राज्य के दमकल मंत्री शोभन चटर्जी ने कहा कि आग पर अब पूरी तरह काबू पा लिया गया है. दमकलकर्मियों को संदेह है कि वीआइपी केबिन की एसी मशीन में शॉर्ट सर्किट होने से आग लग गयी. सत्पति ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता से हालात पर नजर रख रही हैं, वहीं कोलकाता से चार सदस्यीय उच्चाधिकार प्राप्त दल को मौके पर जल्द से जल्द पहुंचने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि घटना की विभागीय जांच का आदेश भी दे दिया गया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य के नेतृत्व में एक विशेष टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है. यह टीम घटना की जांच कर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपेगी. मुख्यमंत्री के पास स्वास्थ्य विभाग भी है. इस बीच, राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के िलए दो-दो लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है. घायलों के इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी.
सीआइडी जांच का आदेश
राज्य सरकार ने मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आग लगने की घटना की सीआइडी जांच के आदेश दिये हैं. एक सप्ताह के अंदर अस्पताल में आग लगने की इस दूसरी घटना से सरकार सकते में आ गयी है. हाल ही में बर्दवान के कटवा में एक अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में आग लगी थी. मुर्शिदाबाद अस्पताल की घटना कहीं तोड़फोड़ का नतीजा तो नहीं है, इसी की तहकीकात के िलए सीआइडी जांच का आदेश दिया गया है. यही नहीं, स्वास्थ्य निदेशक विश्वरंजन सत्पति के नेतृत्व में भी एक टीम बनायी गयी है, जो घटना की जांच करेगी. अस्पताल के सभी चिकित्सकों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. कोलकाता से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम को मौके पर भेजा गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार घटना पर नजर रख रही थीं.
आमरी में आग से 92 लोगों की मौत हुई थी
मुर्शिदाबाद अस्पताल को वर्ष 2010-11 में मेडिकल कॉलेज का दर्जा मिला. यहां निर्माण अभी चल ही रहा है. गौरतलब है कि इसी हफ्ते बर्दवान जिले के कटवा स्थित सबडिवीजनल अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में आग लग गयी थी. वर्ष 2011 में कोलकाता के ढाकुरिया स्थित आमरी अस्पताल में आग लगने से 92 लोगों की मौत हो गयी थी.
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