नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज उस 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी जो चार सितम्बर को वेटिकन में मदर टेरेसा को संत घोषित करने के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने कहा कि मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व में दो प्रतिनिधिमंडलों ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विदेश मंत्रालय से मंजूरी मांगी थी जो प्रदान कर दी गई है. मदर टेरेसा को संत घोषित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम मेंे हिस्सा लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रोम की यात्रा करेंगी.
मार्च में पोप फ्रांसिस ने घोषणा की थी कि मिशरीज आफ चैरिटी की स्थापना करने वाली मदर टेरेसा को संत घोषित किया जाएगा. इससे पहले उनके निधन के बाद 1997 में गिरजाघर ने उनसे जुड़े दो चमत्कार की पहचान की थी.
मदर टेरेसा को अब रोमन कैथोलिक चर्च का संत घाषित किया जाएगा जिसे पोप जॉन पोप द्वितीय ने 2003 में त्वरित प्रक्रिया में धन्य घोषित किया था. स्वराज के प्रतिनिधिमंडल में खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल, लोकसभा सांसद प्रो के वी थामस, जोस के मणि, एंटो एंथनी, कानराड के संगमा, और गोवा के उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डीसूजा शामिल होंगे.
इसमें उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ, जानेमाने वकील हरीश साल्वे, कैथोलिक बिशप्स कान्फ्रेंस आफ इंडिया के सेकेटरी जनरल टी मास्कैरेनहांस, केजे एलफोंस भी शामिल होंगे. विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) सुजाता मेहता भी प्रतिनिधिमंडल में होंगी. स्वरुप ने यात्रा के दौरान स्वराज और उनके इतालवी समकक्ष के बीच द्विपक्षीय बैठक से इनकार नहीं किया.