नयी दिल्ली : रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि स्कॉर्पीन सबरमीन्स से जुड़े गोपनीय दस्तावेज के लीक हाेने की खबरों पर चिंतित होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने उम्मीद जतायी जल्द ही चीजें सही दिशा में हो जायेंगी. मनोहर पर्रिकर ने कहा कि यह बड़ी चिंता का विषय नहीं है क्योंकि लीक हुए दस्तावेजों में हथियार प्रणाली का ब्योरा शामिल नहीं है.उन्होंने कहा कि उसमें महत्वपूर्ण सूचनाएं नहीं हैं.उन्होंने कहा कि उसमें महत्वपूर्ण सूचनाएं नहीं हैं.उन्होंने कहा कह हमें इसलिए चिंता है क्योंकि हमें काफी गंभीर स्थिति देखनी पड़ सकती थी.
पर्रिकर के अनुसार, अभी हमारे स्कॉर्पीन सबरमीन्स का समुद्र में ट्रायल ही नहीं हुआ है, इसलिए अहम जानकारियां डाक्यूमेंटस का हिस्सा नहीं हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन हमने इस मामले में नेवी को जांच के इस मामले में अपनी चिंता से जुड़ी जानकारी जुटाने का आदेश दिया है, ताकि इस मामले सही दिशा में आगे बढ़ा जा सके. उन्होंने कहा कि इस मामले में हम सबसे बुरे स्थिति के बारे में सोच कर आगे बढ़ रहे हैं ताकि चीजों को सही किया जा सके.
ध्यान रहे कि स्कॉर्पीन पनडुब्बियों से जुड़े लीक दस्तावेजों का नया सेट गुरुवार को आस्ट्रेलियाई अखबार द आस्ट्रेलियन ने जारी किया. इससे एक दिन पहले भी उसने दस्तावेज जारी किया था.
रक्षा विशेषज्ञ और सोसाइटी ऑफ पॉलिसी स्टडीज के निदेशक कमोडोर (सेवानिवृत्त) उदय भास्कर ने इस मामले में कहा था कि, ‘‘एकबारगी लगता है कि दस्तावेज मूलत: संचालन की नियमावली हैं. आप बाजार से कोई भी सामान खरीदें, उसके साथ संचालन नियमावली मिलेगी.’ उनकेअनुसार यह पूछा जाए कि किए गए खुलासे से हमारी पनडुब्बियां खतरे में पड़ जाएंगी, ‘‘तो जवाब ना में होगा.’ भास्कर ने कहा, ‘‘यह उपयोगकर्ता के लिए बुनियादी संचालन निर्देश जैसा है.’