मुंबई : देश के सबसे बडे भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की आर्थिक शोध इकाई ने ऋण वृद्धि की सुस्त रफ्तार पर चिंता जताई है. हालांकि, उसने कहा है कि पुन:वित्तपोषण के अवसरों तथा सितंबर के बाद दूरसंचार कंपनियों द्वारा स्पेक्ट्रम के भुगतान से ऋणकी मांग में सुधार होगा. एसबीआई की आर्थिक शोध इकाई ने एक नोट में कहा, ‘‘चिंता की बात यह है कि ऋण की वृद्धि की रफ्तार सुस्त है.
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