नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली 27 अगस्त को राजधानी में पंचनिर्णय प्रक्रिया पर ब्रिक्स देशों के सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. सम्मेलन में समूह के पांच देशों के बीच व्यावसायिक विवादों के समाधान की पंचनिर्णय प्रक्रिया प्रणाली के बारे में आपस में नये विचारों और आपसी अनुभवों पर चर्चा होगी. ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. सम्मेलन में ब्रिक्स देशों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ भाग लेंगे जो कि अंतरराष्ट्रीय पंचनिर्णय प्रक्रियों पर अपने अनुभवों की जानकारी देंगे. ये विशेषज्ञ देशों के बीच आर्थिक मुद्दों से जुडे विवादों के समाधान की प्रणाली पर विचारों का आकलन और विश्लेषण करेंगे.
सम्मेलन में समापन भाषण विधि एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद करेंगे. सम्मेलन का आयोजन आर्थिक मामले विभाग द्वारा किया जायेगा. ब्रिक्स 2016 की अध्यक्षता भारत के पास है और समूह की राजनीतिक और व्यवसायिक मुद्दों पर प्रमुख बैठक इस साल अक्तूबर में होगी. वित्त मंत्रालय ने आज जारी एक वक्तव्य में कहा है कि सम्मेलन की तैयारियों की दिशा में भारत में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.
‘ब्रिक्स में अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता: चुनौतियां, अवसर और आगे का रास्ता’ इसी सिलसिले में आयोजित एक कार्यक्रम है. वर्ष 2015 में समूह के पांच देशों के बीच कुल व्यापार 242 अरब डालर का रहा है. वक्तव्य में कहा गया है, ‘ब्रिक्स देशों में उनके व्यापारिक भागीदारों और निवेशकों के बीच किसी भी व्यावसायिक अथवा निवेश संबंधी विवाद के निपटारे के लिये सक्षम और प्रभावी उपाय होना जरुरी लगता है.
इससे समूह के देशों के बीच आर्थिक गतिविधियों और सहयोग को आगे और प्रोत्साहन मिल सकेगा.’ वित्त मंत्रालय के आर्थिक विभाग द्वारा आयोजित इस सम्मेलन के समापन सत्र को विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद संबोधित करेंगे. इस सम्मेलन से इन देशों को अंतरराष्ट्रीय पंचनिर्णय व्यवस्था को समझने तथा इसका और अच्छी तरह प्रयोग करने में आगे बडी सहायता मिलने की उम्मीद है.
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