पटना : कंकड़बाग चमर टोली निवासी इसरत ने मंगलवार को महिला हेल्पलाइन से मदद की गुहार लगायी. मुख्य रूप से वैशाली जिले के शाहपुर की रहने वाली इसरत ने बताया कि शादी के बाद बेटे के जन्म के कुछ दिनों के बाद मेरे पति की मृत्यु हो गयी. फिर एक वर्षीय बेटे के साथ मैं कंकड़बाग में रहने आ गयी. इसी बीच मेरी मुलाकात बिहार टेलर दुकान के नेयाज से हुई. हम दोनों ने शादी कर ली. इसी बीच नेयाज ने अपने घर परिवार वालों की मरजी से दूसरी शादी रचा ली है. बावजूद मैं अपने बेटे के साथ खुशहाल जीवन जी रही थी. नेयाज को अक्सर पैसों की जरूरत होता, तो वह मुझसे लेने आता. अब मेरे पास पैसे नहीं बचे हैं. इससे मैं उसकी मदद नहीं कर पा रही हूं. इस पर वह मुझे और मेरे बेटे को मारता-पीटता है. जब इसकी सूचना महिला संगठन ऐपवा को मिली, तो वह मेरी मदद के लिए भी आया. लेकिन एेपवा की महिलाओं को उसने गाली-गलौज कर भगा दिया.
इस पर महिला हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक ने उसके पति नेयाज को कार्यालय बुलाया. वहां नेयाज ने इसरत को गलत बताया. कहा, इसरत से बस दोस्ती है. इस पर महिला हेल्पलाइन ने इसरत से लिये पैसों के बारे में पूछा तो, नेयाज ने पैसे लेने की हामी भरी. मारपीट करने की बात भी स्वीकार की. नेयाज के मंसूबे को देखते हुए उस पर पुलिस में केस कराने की बात कही. साथ ही इसरत के सारे पैसे लौटाने को कहा.