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चुनौतियों से जूझने का नाम है फॉरेंसिक साइंस
– मैंने अभी 12वीं पास किया है और फॉरेंसिक साइंस में कैरियर बनाना चाहता हूं. कृपया मार्ग दर्शन करें? -तमन्ना फॉरेंसिक साइंस आज मॉर्डर्न जूडिशियल सिस्टम का महत्वपूर्ण अंक है. इसमें फाॅरेंसिक साइंटिस्ट एविडेंस के ऊपर काम करते हैं और न्याय व्यवस्था को राह दिखाते हैं, उसके आधार पर कोर्ट फैसला लेता है. अगर अाप […]
– मैंने अभी 12वीं पास किया है और फॉरेंसिक साइंस में कैरियर बनाना चाहता हूं. कृपया मार्ग दर्शन करें?
-तमन्ना
फॉरेंसिक साइंस आज मॉर्डर्न जूडिशियल सिस्टम का महत्वपूर्ण अंक है. इसमें फाॅरेंसिक साइंटिस्ट एविडेंस के ऊपर काम करते हैं और न्याय व्यवस्था को राह दिखाते हैं, उसके आधार पर कोर्ट फैसला लेता है. अगर अाप बायोलॉजी के साथ साइंस के छात्र हैं, तो आपको सुविधा होगी. क्योंकि लोग एमबीबीएस, बीएससी आदि के बाद इसमें स्पेशलाइजेशन करते हैं.
बहुत से लॉ स्टूडेंट भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ते देखे गये हैं. यह एक बहुत हाइ प्रेशर और लंबे समय तक व्यस्त रखनेवाला कैरियर है. इसमें पुलिस, जूडिशियल, एडमिनिस्ट्रेशन सभी के साथ काम करना होता है. आपको कभी भी क्राइम स्पॉट पर बुलाया जा सकता है, दिन हो या रात, चाहे वह जगह आपके घर से दूर हो या पास. आप ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन के अलावा डिप्लोमा कोर्स कर के भी इसमें कैरियर बना सकते हैं. लेकिल अच्छा कैरियर पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद स्पेशलाइजेशन करने से ही बनेगा.
इसके लिए बहुत से कोर्स उपलब्ध हैं और यह लाखों की फीस के बाद संभव होता है. कुछ गवर्नमेंट कॉलेज में कुछ अनुदान आदि भी मिलते हैं. आप अगर पढ़ाई में अच्छे हैं, तो आपको स्कॉलरशिप भी मिल सकती है. इसके कोर्स के बाद इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी), सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (सीबीआइ) या लेबोरेटरी में जॉब पा सकते हैं. कुछ जॉब इस प्रकार हैं-
फॉरेंसिक पैथोलॉजिस्ट : फॉरेंसिक पैथोलॉजिस्ट डेथ के केस में निर्धारित करता है टाइम और वजह और यह मर्डर है या सुसाइड.
फॉरेंसिक एंथ्रोपोलॉजिस्ट : पीएचडी- एंथ्रोपोलॉजी या मेडिकल डिग्री के साथ फॉरेंसिक साइंस करने के बाद यह जॉब मिलती है. इसमें तथ्यों की जांच करना होता है.
फॉरेंसिक साइकाेलॉजिस्ट : प्रोफेशनल्स साइकोलॉजी की डिग्री के बाद फॉरेंसिक साइकाेलॉजिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं.
क्लीनिकल फॉरेंसिक मेडिसिन एक्सपर्ट : मेडिकल डिग्री और पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री या डिप्लोमा के बाद यह पोस्ट मिलती है.
फॉरेंसिक सेरोलॉजी एक्सपर्ट : प्रोफेशनल्स एक एनालिस्ट के तौर पर काम करते हैं और ब्लड एनालइज कर के ब्लड ग्रुप, डीएनए, फिंगरप्रिंट्स आदि की पहचान करते हैं.
कुछ प्रमुख संस्थान हैं
इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनाेलाॅजी एंड फॉरेंसिक साइंस, नयी दिल्ली. यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ. लोक नायक जयप्रकाश नारायण नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनाेलाॅजी एंड फॉरेंसिक साइंस, दिल्ली.
डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली, अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई, सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, हैदराबाद. सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, चंडीगढ़, सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, कोलकाता.
– मैंने सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी से एमबीए (मार्केटिंग) किया है. क्या मैं नेट परीक्षा दे सकता हूं?
– जुनैद अहमद
अगर आपने पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षा यूजीसी से मान्यता प्राप्त संस्थान से कम से कम 55 प्रतिशत अंकों में की है, तो आप नेट परीक्षा दे सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए आप यह वेबसाइट http://ugcnetonline.in/eligibility.php देखें.
– मैं पॉर्ट टाइम जॉब के साथ इग्नू से एमकॉम भी कर रहा हूं. लेक्चरर बनना चाहता हूं. इसके लिए मुझे क्या करना चाहिए? – केशव कुमार यादव
पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद आपको नेट परीक्षा पास कर कॉलेज में टीचिंग कैरियर की शुरुआत कर सकते हैं. आप बीएड कर के स्कूल टीचर बन सकते हैं.
– क्या दूरस्थ शिक्षा से एमए, पीएचडी करने के बाद लेक्चररशिप में कैरियर बनाया जा सकता है? मैंने समाजशास्त्र में स्नातक की उपाधि भागलपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त की है. आगे कौन-कौन से कैरियर विकल्प हो सकते हैं, कृपया मार्ग दर्शन करें? – विकास कुमार
आप किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद पीएचडी करके कॉलेज या यूनिवर्सिटी में टीचिंग का कैरियर शुरू कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए ये लिंक देखें- http://employmentnews.gov.in/career_details-career-in-teaching-233.asp
आप अगर समाज सेवा के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं, तो आपको अभी गवर्नमेंट सेक्टर, एनजीओ, कॉरपोरेट वर्ल्ड या सीएसआर डिपार्टमेंट में जॉब मिल सकती है.
अगर आप काउंसेलिंग के क्षेत्र में जाना चाहते हैं, तो आप डिप्लोमा इन काउंसलिंग (चाइल्ड/ टीनएजर/ यंगस्टर्स/ ग्रोनप) किसी एक में स्पेशलाइजेशन कर के कैरियर बना सकते हैं. अगर आप कॉरपोरेट वर्ल्ड या एचआर डिपार्टमेंट में काम करना चाहते हैं, तो डिप्लोमा इन आइआर (इंडस्ट्रियल रलेशन) कर के अच्छा कैरियर शुरू कर सकते हैं. आप आगे पढ़ाई कर के टीचिंग के क्षेत्र में भी जा सकते हैं. लेकिन आप अपनी पसंद और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए फैसला लें, तो बेहतर होगा. आगे की पढ़ाई डिस्टेंस लर्निंग द्वारा काम के साथ-साथ भी की जा सकती है.
– मैंने 68 प्रतिशत अंकों में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी से 12वीं पास की है. आगे लोन लेकर बीएमएलटी करना चाहता हूं. इसके लिए मुझे क्या करना होगा, क्या ये मेरे लिए सही होगा?
– तौसिफ रजा
बैचलर इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (बीएमएलटी) में एडमिशन के लिए 12वीं में बायोलॉजी के साथ 50 प्रतिशत अंक होना जरूरी है. अनुसूचित जाति एवं जनजाति आदि के लिए 45 फीसदी अंक होना चाहिए. यह कोई बहुत महंगा कोर्स नहीं है और इग्नू से बहुत कम फीस में भी किया जा सकता है. यदि आप फीस दे पाने की स्थिति में नहीं हैं, तो राष्ट्रीयकृत बैंकों में बहुत सी एजुकेशन लोन स्कीम हैं, आप उनकी मदद ले सकते हैं.
– मैं बायोलॉजी ये 10+2 कर रहा हूं. आगे जर्नलिज्म में जाने का मन है, तो क्या मैं बीएमएम कर सकता हूं? – राज आजम
बैचलर ऑफ मीडिया मैनेजमेंट (बीएमएम) करने के लिए 12वीं में कम से कम 50 प्रतिशत अंक या कुछ इंस्टीट्यूट के लिए 60 प्रतिशत अंक होना जरूरी है. बीएमएम करने के बाद आप चाहें, तो हेल्थकेयर/ फार्मा जैसे क्षेत्रों में या किसी अन्य क्षेत्र में अपनी रुचि के अनुसार स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं और अच्छा कैरियर बना सकते हैं.
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