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बिहार में बाढ़ का कहर, छपरा का पटना से टूटा सड़क संपर्क, 4 की मौत

सारण : बिहार के कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. राजधानी पटना समेत आस-पास के जिलों में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. सोन और गंगा नदी के लगातार बढ़ते जल स्तर से शनिवार को पटना शहर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. वहीं बाढ़ के चलते छपरा का […]

सारण : बिहार के कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. राजधानी पटना समेत आस-पास के जिलों में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. सोन और गंगा नदी के लगातार बढ़ते जल स्तर से शनिवार को पटना शहर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. वहीं बाढ़ के चलते छपरा का पटना से सड़क संपर्क टूट गया है. छपरा-पटना मुख्य पथ पर बाढ़ का पानी आ जाने से आवागमन ठप हो गया है. छपरा में राहत एवं बचाव कार्य के लिए चार बटालियन एसडीआरएफ की टीम कोजिलेमें भेजा गया है.

ताजा जानकारी के मुताबिक गंगा, सरयू तथा सोन नदी खतरे के निशान को पार कर लिया है. जल स्तर में वृद्धि जारीहै. इन सबके बीच छपरा शहर के कई बाजारों में बाढ़ का पानी फैलजाने के बाद दुकानें बंद कर दी गयी है. उधर, बेगूसराय जिले में भी बाढ़ का पानी कोहराम मचा रहा है. कई इलाके में लोगों की नींद हराम हो गयी है. जिले के आधे दर्जन से अधिक प्रखंडों में बाढ़ का कहर जारी हैऔर अधिकतर घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. आरामेंभी बाढ़ से स्थिति भयावहबनीहुई है. शहर में बाढ़ का पानी घुस गया है. इसी बीच खबर है कि बाढ़ के पानी में डूबने से दो की मौत हो गयी है.

बिहारशरीफके हिलसा अनुमंडल में बाढ़ के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है. वहीं बक्सरमें गंगा का जल स्तर में वृद्धि जारीहैऔर शहर मेंबाढ़का पानी घुसने लगा है. अरवल के कई गांवभी बाढ़ की चपेट में आ गये है. हाजीपुरके राघोपुर में सभी बीस पंचायत जलमग्न होने की खबर है.

इससे पहले छपरा शहर में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. रिविलगंज प्रखंड के इनई में सरयू नदी का बायां तटबंध टूट गया. छपरा-मांझी एनएच 102 पर बाढ़ का पानी आ गया है. मुख्य सड़कों पर बाढ़ का पानी आने के साथ छपरा-बलिया रेलखंड तथा छपरा-सोनपुर रेलखंड पर भी बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ने लगा है. उधर मध्य प्रदेश के वाणसागर से 5.64 लाख क्यूसेक पानी छूटने के बाद बिहार के इंद्रपुरी बराज को ओवर-फ्लो से मुक्त कराने के लिए वहां से 11.76 लाख क्यूसेक पानी सोन और गंगा में छोड़ा गया है. इससे गंगा के जल स्तर में भारी व़ृद्धि की आशंका है. हिमाचल, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और यूपी की सहायक नदियां भी गंगा का जल स्तर बढ़ा रही है.

गंगा, सरयू, सोन ने मचायी भीषण तबाही

छपरा (सारण). गंगा, सरयू तथा सोन में एक साथ उफान ने शनिवार को भीषण तबाही मचानी शुरू कर दी. सोनपुर के सबलपुर दियारा स्थित नेवल टोला में बाढ़ के पानी में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गयी. प्रमंडलीय मुख्यालय छपरा शहर के कई मुहल्लों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. रिविलगंज प्रखंड के इनई में सरयू नदी का बायां तटबंध टूट गया. छपरा-पटना मुख्य पथ पर बाढ़ का पानी आ जाने से आवागमन ठप हो गया है.

छपरा-मांझी एनएच 102 पर बाढ़ का पानी आ गया है. सभी सरकारी कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. डॉ पीएन सिंह डिग्री कॉलेज बाढ़ के पानी में डूब गया है. इस वजह से स्नातक का परीक्षा केंद्र आनन-फानन में स्थानांतरित कर दिया गया. गंगा नदी शुक्रवार से ही खतरे के निशान के ऊपर बह रही थी. शुक्रवार की रात में सरयू नदी भी खतरे के नि शान को पार कर गयी. सोन नदी में इंद्रपुरी बराज से पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति काफी भयावह हो चुकी है. मांझी, रिविलगंज, छपरा शहर तथा छपरा सदर, गड़खा, दिघवारा, दरियापुर, सोनपुर, परसा के कई नये इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.

मुख्य सड़कों पर बाढ़ का पानी आने के साथ छपरा-बलिया रेलखंड तथा छपरा- सोनपुर रेलखंड पर भी बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ने लगा है. अवतार नगर थाना बाढ़ के पानी में डूब गया है. डोरीगंज थाने में भी बाढ़ का पानी बह रहा है. छपरा शहर में पानी प्रवेश कर गया है. करीमचक राहत रोड में नाव चलायी जा रही है.

मप्र के वाणसागर के 5.64 लाख क्यूसेक पानी को सोन-गंगा में गिराने की तैयारी

पटना. मध्य प्रदेश के वाणसागर से 5.64 लाख क्यूसेक पानी छूटने के बाद बिहार के इंद्रपुरी बराज को ओवर-फ्लो से मुक्त कराने के लिए शनिवार को वहां से 11.76 लाख क्यूसेक पानी सोन और गंगा में छोड़ा गया है. इंद्रपुरी बराज से गंगा और सोन में 11.76 लाख क्यू सेक पानी शाम चार बजे तक पहुंच जायेगा. इंद्रपुरी बराज का पानी पहुंचने से सोन और गंगा के जल स्तर में भारी व़ृद्धि होगी. पटना के निचले इलाके में गंगा का पानी घुस सकता है.

यह आशंका आज जल संसाधन विभाग, डिहरी के मुख्य अभियंता राजेश्वर चौधरी ने जतायी है. उन्होंने बताया कि गंगा-सोन के तट के कि नारे के सभी जिलों को हाइ-अलर्ट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के वाणसागर से छूटा 5.64 क्यू सेक पानी देर शाम को डिहरी में पहुंच जायेगा. वाण सागर से छूटे पानी के बेग को नियंत्रित करने के लि ए इंद्रपुरी बराज के 69 गेट खोल दिये गये हैं. यही नहीं, इंद्रपुरी बराज के ओवर-फ्लो से मुक्त करने के लि ए 11.76 लाख क्यूसेक पानी बराज से गंगा और सोन में छोड़ा गया है. वाण सागर से 5.64 लाख क्यूसेक पानी बिहार पहुंचने में 36 घंटें लगेंगे.

वाण सागर का पानी डिहरी के इंद्रपुरी बराज में आकर गिरना है. इससे निबटने के लिए बराज के सभी अभियंता-अधिकारियों को 24 घंटे बराज पर तैनात रहने का निर्देश दिया गया है. डिहरी के 1.64 किलो मीटर लंबे इंद्रपुरी बराज में लगे 69 गेटों को 24 घंटे खोले रखने का निर्देश दिया गया है. ताकि वाण सागर के पानी को गंगा-सोन में गिराने में कोई दिक्कत न हों.

पटना, बक्सर और भागलपुर का दियारा क्षेत्र गंगा के पानी में पूरी तरह डूबा

गंगा खतरे के निशान से शनिवार को भी ऊपर रही. पटना, भागलपुर और बक्सर में गंगा डेंजर-लेबल से 44 से 125 सेंटी मीटर ऊपर पहुंच गयी. पटना में अब-तक शांत पड़ी सोन और पुनपुन भी ऊफान पर है. मनेर में सोन डेंजर-लेबल से 103 और कोईलवर में 74 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गयी है. अगले 24 घंटों में गंगा, सोन और पुनपुन के जल स्तर में 28 से 105 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की संभावना है. गंगा, सोन और पुनपुन के डेंजर-लेबल में तेजी से वृद्धि होने के कारण पटना, बक्सर और भागलपुर के निचले इलाकों में रह रहे लोग दहशत में हैं.

तीनों जिलों का दियारा क्षेत्र गंगा के पानी में पूरी तरह डूब गया है. पटना के अलावा सीवान, खगड़िया और कटिहार में भी घाघरा. बूढ़ी गंडक और कोसी ऊफान पर है. तीनों नदियां खतरे के निशान से 29 से 108 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. तीनों नदियों के जल स्तर में अगले 24 घंटों में छह से 28 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की संभावना है.शनिवार को सूबे में दो-से-12 मिली मीटर ही बारिश हुई, बावजूद इसके सभी नदियों के जल स्तर में बेतहाशा वृद्धि हुई है.

औरंगाबाद-रोहतास व गया में नदियों का जलस्तर बढ़ा, दो बहे, एक की मौत

गया. झारखंड के भीम बराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण सोन सहित सभी नदियां उफान पर हैं. इससे जिले के दाउदनगर, ओबरा, बारुण व नवीनगर सहित कई इलाकों में पानी घुस गया है. कुटुंबा प्रखंड में बतरे नदी की धार में अंबा थाना क्षेत्र के डुमरा गांव निवासी परमहंस सिंह बह गये. उनका कुछ पता नहीं चल पाया है. उनकी तलाश जारी है. कोइरीडीहा, महुअरी, मांगाबार, खदहा, धुधुआं व नाउर आदि गांवों में तीन फुट ऊंचा पानी का बहाव हो रहा है.

इधर, इंद्रपुरी बराज से गुरुवार को छोड़े गये पानी ने भी सोन दियारा क्षेत्रों में काफी तबाही मचायी है. इससे नदियों के जलस्तर में तेजी का रुख कायम रहा. इधर, गया जिले के शेरघाटी स्थित मोरहर नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गयी. शनिवार को युवक अपने दोस्तों के साथ नदी में नहा रहा था. इस दौरान पानी बढ़ने से वह डूब गया. परिजनों व ग्रामीणों ने घटनास्थल से करीब पांच सौ मीटर दूर नदी में शव बरामद किया. उसकी पहचान नयी बाजार निवासी मोहम्मद कमरू के 17 वर्षीय बेटे मोहम्मद सैफी के रूप में हुई है.

उधर, सोन नद में आयी बाढ़ ने रोहतास जिले के डेहरी अनुमंडल में भारी तबाही मचायी है. नौहट्टा स्थित सोन टीलों पर करीब 130 लोगों के पानी के बीच फंसे होने की सूचना है. काफी संख्या में मवेशी भी फंसे हैं. वहीं, उक्त टीलों व तिलौथू स्थित सोन टीला से सैकड़ों पशुओं के भी पानी में बह जाने की भी खबर है.

सोनपुर में बाढ़ के पानी में डूबने से तीन बच्चों की मौत
सोनपुर. सबलपुर दियारा क्षेत्र में बाढ़ ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया. बाढ़ के पानी में डूबने से शनिवार को सबलपुर उतरी पंचायत के नेवल टोला के तीन बच्चों की मौत हो गयी. नेवल टोला के पशुपालकों के परिवार के लोग प्रत्येक दिन चारा के लिए जाते हैं. शनिवार को भी नेवल टोला के लोग अपने-अपने पशु के चारे के लिए गये हुए थे.

नेवल टोला के जितेंद्र राय के पुत्र गोलू, विजय राय की पुत्री चांदनी, हीरा राय की पुत्री काजल एवं परशुराम राय के बच्चे भी चारा के लिए गये हुए थे. पानी बढ़ ने का अंदाजा बच्चों को नहीं लग सका और बच्चे पानी में डूबने लगे. बच्चों को डूबने की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली लोग आनन-फानन मे बच्चों को पानी से निकलने में लग गये. एक बच्चे को तो बचा लिया गया लेकिन तीन बच्चे डूब गये.

तीनों बच्चों का शव लोगों के सहयोग से पानी से निकाला गया. सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची. मृतक गोलू, चांदनी एवंकाजल की उम्र दस से बारह साल के आसपास थी. अंचल पदाधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि मृतकों के परिवार को सरकारी सहायता दी जायेगी. तीन बच्चों की मौत से दियारा क्षेत्र के लोग काफी भयभीत हैं. दियारे क्षेत्र में लगातार जल स्तर बढ़ रहा है. इससे सड़क मार्ग बंद हो गया है. स्थानीय विधायक डॉ रामानुज प्रसाद घटना की सूचना पाकर दियारा क्षेत्र में पहुंचे और स्थिति का अवलोकन किया.

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